मानसून सत्र में आएगी नोटबंदी पर संसदीय समिति की रिपोर्ट
संसद का मानसून सत्र 17 जुलाई को शुरु हो रहा है और यह 11 अगस्त तक चलेगा।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले और उसके क्रियान्वयन के संबंध में संसदीय समिति की रिपोर्ट ससंद के मानसून सत्र में आएगी। समिति ने बुधवार को इस मुद्दे पर रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल से काफी समय तक सवाल किए। हालांकि यह स्पष्ट किया है कि अब समिति पटेल को नहीं बुलाएगी।
संसद का मानसून सत्र 17 जुलाई को शुरु हो रहा है और यह 11 अगस्त तक चलेगा। कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली संसद की वित्त मामलों संबंधी समिति सरकार के नोटबंदी के फैसले पर रिपोर्ट तैयार कर रही है।
बैठक में उपस्थिति सूत्रों का कहना है कि बैठक करीब चार घंटे चली। सदस्यों ने रिजर्व बैंक के गवर्नर से कई सवाल पूछे हालांकि गवर्नर ने यह नहीं बताया कि नोटबंदी के फैसले के बाद कितने पुराने नोट वापस आए। नोटबंदी के साथ-साथ अन्य मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का फैसला करते हुए 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बंद करने का ऐलान किया था। हालांकि विपक्ष ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद ही समिति ने इस मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करने का फैसला किया था।
वैसे यह दूसरा मौका है जब पटेल समिति के समक्ष पेश हुए हैं। इससे पहले भी वह जनवरी में समिति की बैठक में शामिल हुए थे। उस समय उन्होंने कहा था कि वह नोटबंदी के दौरान जमा हुए पुराने नोट के बारे में एक वक्तव्य देंगे। समिति की बैठक में आरबीआइ के डिप्टी गवर्नर एस एस मुंद्रा भी मौजूद थे। बताया जाता है कि पटेल ने संसदीय समिति को सूचित किया है कि पुराने नोट की गिनती अभी जारी है। इसलिए इसकी सही सही संख्या अभी बताना संभव नहीं है। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे। हालांकि उन्हांेने पटेल से कोई सवाल नहीं पूछा। वैसे एक बार जनवरी में जब संसदीय समिति के सदस्य पटेल से कुद कठिन प्रश्न पूछ रहे थे तो सिंह ने उन्हें टोक कर ऐसा करने से मना किया था।
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