शीतकालीन सत्र 2022 के शुरू होने से लेकर संसद में PM मोदी ने क्या-क्या कहा, पढ़िए मुख्य बातें
भारत को जी-20 की मेजबानी मिलने पर पीएम मोदी ने कहा कि जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में जी-20 की मेजबानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Parliament Winter Session 2022: संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान दौनों सदनों की कुल 17 बैठकें होंगी। पीएम मोदी ने इस सत्र के शुरू होने से लेकर संसद में क्या-क्या कहा, आइये डालते हैं एक नजर।
पीएम मोदी ने संसद शुरू होने से पहले मीडिया से क्या कहा?
संसद की शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश को जी-20 का अवसर मिला है। दुनिया को भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं। भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी को बढ़ा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि आज शीतकालीन सत्र का पहला दिन है और ये सत्र काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हम 15 अगस्त के पहले मिले थे, 15 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव पूरा हुआ और हम अमृत काल में आगे बढ़ रहे हैं।
जी-20 की मेजबानी मिलना भारत के लिए बड़ा अवसर
संसद सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सिर्फ एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं है बल्कि भारत के सामार्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत करने का समय है। भारत को जी-20 की मेजबानी मिलने पर पीएम मोदी ने कहा कि जिस प्रकार से भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं और जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ाता जा रहा है ऐसे समय में जी-20 की मेजबानी भारत को मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।
सदन में युवा सांसदों को बोलने का दिया जाए मौका
मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने पार्टी के नेताओं से आग्रह किया कि पहली बार सदन में आए नए सांसदों के उज्जवल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा चर्चा करने का अवसर प्रदान किया जाए। पीएम मोदी ने उम्मीद जताते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दल चर्चा को आगे बढ़ाएंगे और अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे। पीएम मोदी ने शीतकालीन सत्र के एजेंडे पर बात करते हुए कहा कि इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के नए अवसरों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय करने का प्रयास किया जाएगा।
शोर-शराबे के कारण युवा सांसदों को होता है नुकसान
पीएम मोदी ने संसद में शोर-शराबे को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि मेरी सभी सांसदों से जब भी अनौपचारिक मुलाकातें हुई है वे कहते हैं कि सदन में शोर-शराबे के बाद सदन स्थगित हो जाता है, जिससे हम सासंदों का बहुत नुकसान होता। युवा सांसदों का कहना है कि सदन न चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं वो सीख नहीं पाते हैं। सदन का चलना बेहद जरूरी है।
जगदीप धनखड़ सांसदों को प्रेरित और प्रोत्साहित करेंगे
राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज पहली बार हमारे उपराष्ट्रपति (जगदीप धनखड़) राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करेंगे। हमारे उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है। इस प्रकार वह जवानों और किसानों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। मैं इस सदन के साथ-साथ राष्ट्र की ओर से सभापति को बधाई देता हूं। आप संघर्षों के बीच जीवन में आगे बढ़ते हुए इस मुकाम पर पहुंचे हैं, यह देश के कई लोगों के लिए प्रेरणा है। आप सदन में इस महती पद की शोभा बढ़ा रहे हैं।
भारत को गौरवान्वित करने में राष्ट्रपति मुर्मू की बड़ी भूमिका
संसद में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर कहा कि आदरणीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी एक आदिवासी समुदाय से आती हैं और वो आदिवासी परंपराओं के साथ भारत को गौरवान्वित करने में बड़ी भूमिका निभा रही है। उनसे पहले, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी वंचित समाज से निकलकर देश के सर्वोच्च पद पर बैठे थे और अब, हमारे उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं।
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संसदीय परंपराओं को बखूबी समझते हैं धनखड़- खरगे
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ की तारीफ की और कहा कि आप भूमि पुत्र हैं, संसदीय परंपराओं को आप बखूबी समझते हैं। राजस्थान विधानसभा और पश्चिम बंगाल में राज्यपाल रहे हैं। पढने लिखने में आपकी रूची है, आपकी रूपरेखा बेहद बड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्यसभा के संरक्षक के रूप में आपकी भूमिका बाकी भूमिकाओं से काफी बड़ी हैं। आप जिस आसन पर बैठे हैं उसपर कई गणमान्य लोग बैठ चुके हैं। संसद में अपनी बात रखते हुए खरगे ने एक शायरी सुनाते हुए कहा, 'मेरे बारे में कोई राय मत बनाना गालिब मेरा वक्त भी बदलेगा मेरी राय भी बदलेगी।