ट्विटर के बाद अब गूगल व फेसबुक के साथ संसदीय स्थायी समिति की बैठक, इन मुद्दों पर करेंगे चर्चा
सोशल मीडिया पर लोगों के अधिकारों विशेषकर डिजिटल स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सूचना व प्रौद्धोगिक मंत्रालय संबंधित संसदीय स्थायी समिति पूरी तरह अलर्ट है। इस क्रम में गूगल व फेसबुक इंडिया के साथ मंगलवार को बैठक करने जा रही है।
नई दिल्ली, एएनआइ। सूचना व प्रौद्योगिकी संबंधित संसद की स्थायी समिति ने 29 जून, मंगलवार को फेसबुक इंडिया व गूगल इंडिया के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा व सोशल ऑनलाइन न्यूज मीडिया प्लेटफार्म के दुरुपयोग को रोकने पर चर्चा की जाएगी और इस संदर्भ में उनके विचारों पर गौर किया जाएगा। साथ ही डिजिटल प्लेटफार्म पर महिलाओं की सुरक्षा पर भी विशेष चर्चा की जाएगी। यह बैठक कल शाम 4 बजे से होगी। इसके अलावा एक बैठक अगले माह के लिए भी निर्धारित की गई है जो 6 जुलाई, मंगलवार को शाम चार बजे होगी। इन दोनों बैठकों के बारे में जानकारी 23 जून को ही जारी की गई थी।
उक्त बैठक के लिए समिति के सदस्यों को भेजे गए एजेंडा नोटिफिकेशन को सदस्यों के इपोर्टल पर अपलोड करने के साथ ही sansad.nic.mail पर भेज दिया दिया गया है। इसमें सदस्यों से बैठक में शामिल होने का आग्रह किया गया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसदीय स्थायी समिति द्वारा आयोजित किए जाने वाले इन बैठकों का मकसद नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा और सोशल ऑनलाइन समाचार मीडिया प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकना है। इससे पहले फेसबुक इंडिया के प्रतिनिधियों ने स्थायी समिति को सूचित किया था कि महामारी कोविड-19 के मद्देनजर कंपनी की पॉलिसी के अनुसार उनके सदस्य व्यक्तिगत तौर पर समिति के समक्ष बैठक के लिए नहीं आ सकेंगे। इसके बाद समिति के अध्यक्ष थरूर ने फेसबुक को बताया कि संसद सचिवालय की ओर से ऑनलाइन (वर्चुअल) बैठक की अनुमति नहीं है इसलिए उन्हें व्यक्तिगत तौर पर आना ही होगा।
उल्लेखनीय है कि स्थायी समिति ने नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा और डिजिटल स्पेस में महिला सुरक्षा पर सतर्कता बरतते हुए जांच के लिए यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया मध्यस्थों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक का फैसला लिया है। बता दें कि नए IT नियमों पर सरकार व ट्विटर के बीच टकराव है जिसके कारण हाल में ही केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद व शशि थरूर के अकाउंट को बंद कर दिया था जिसके बाद थरूर ने कहा है कि स्थायी समिति इस बाबत पूछताछ करेगी। ट्विटर की ओर से यह कार्रवाई कथित तौर पर अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट (DMCA) के उल्लंघन को लेकर की थी।