बकरा चोरी की सजा में पंचायत ने जब्त किया घर का सामान, लॉकडाउन के दौरान पंचायत में जुटी भीड़
लगभग एक घंटे तक चली बैठक में मामले की सूचना पुलिस को न देकर गांव में ही निपटाने का निर्णय लिया गया।
जशपुरनगर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बकरा चोरी के कथित आरोपित को सजा देने के लिए ग्रामीणों ने लॉकडाउन के दौरान पंचायत लगाई। इस दौरान भीड़ के बीच पंचायत ने आरोपित पर एक बकरा के बदले दो बकरा और घर में रखे टेलीविजन को जब्त करने का फरमान सुनाया। जुर्माना के बदले उसके घर का सामान जब्त कर लिया गया। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।
बकरे का मिला कटा सिर और मांस
मामला कांसाबेल तहसील के ग्राम पंचायत डेंगुरजोर का है। बताया गया कि दो दिन पूर्व डेंगुरजोर निवासी शंकर यादव का एक बकरा चोरी हो गया था। उसने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी तो खोजबीन शुरू हुई। इस दौरान गांव के सुद्रो राम के घर की तलाशी के दौरान ग्रामीणों को बकरे का कटा सिर और मांस मिला। इस पर गांव में पंचायत की बैठक कराने का निर्णय लिया गया।
पंचायत में एकत्र हुए थे डेढ़ सौ लोग
तीन मई को पंचायत की बैठक हुई, जिसमें लगभग डेढ़ सौ लोग एकत्र थे। लगभग एक घंटे तक चली बैठक में मामले की सूचना पुलिस को न देकर गांव में ही निपटाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद आरोपित सुद्रो राम को सजा देने पर चर्चा हुई और उस पर दो बकरा और एक टेलीविजन का जुर्माना लगाया गया। पंचायत के इस निर्णय का कुछ लोगों ने विरोध किया। इससे माहौल गरमा गया, लेकिन पंचायत ने अपना फैसला नहीं बदला। गरीबी और लॉकडाउन का हवाला देते हुए सुद्रो राम ने जुर्माना देने में असमर्थता जताई। इस पूरे मामले का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने संज्ञान लिया।
जशपुर के पुलिस अधीक्षक शंकरलाल बघेल ने बताया कि डेंगुरजोर गांव में बकरा चोरी के मामले में ग्रामीणों की बैठक और जुर्माना वसूलने की जानकारी मिली है। इस मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।