पाकिस्तान को भारत की चेतावनी, आतंकी फंडिंग रोकने के लिए उठाए कदम
उल्लेखनीय है कि आतंकी फंडिंग रोकने में नाकाम रहने के चलते एफएटीएफ ने लंबे समय के लिए पाकिस्तान को निगरानी सूची में डाल दिया है।
नई दिल्ली [प्रेट्र]। आतंकी फंडिंग को लेकर वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) द्वारा पाकिस्तान को निगरानी सूची में डालने का भारत ने स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए उम्मीद जाहिर की कि इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं को समझेगा और आतंकी फंडिंग खत्म करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। उल्लेखनीय है कि आतंकी फंडिंग रोकने में नाकाम रहने के चलते एफएटीएफ ने लंबे समय के लिए पाकिस्तान को निगरानी सूची में डाल दिया है।
रवीश कुमार ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस्लामाबाद एफएटीएफ द्वारा तैयार कार्ययोजना को लागू करेगा और अपनी जमीन से आतंकवाद को खत्म करने के लिए कदम उठाएगा। उल्लेखनीय है कि भारत लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने के कारण पाक के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई की मांग करता रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग खत्म करने के लिए उच्च स्तर पर अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता जताई है। लेकिन, जिस तरह की आजादी वह हाफिज सईद जैसे आतंकियों और जमात-उद-दावा, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे संगठनों को जारी रखे हुए है, वह उसकी प्रतिबद्धता से मेल नहीं खाती है।
पाकिस्तान ने पेरिस में एफएटीएफ की सालाना बैठक के दौरान आश्वासन दिया है कि अगले साल जनवरी तक वह आतंक विरोधी कानून के तहत गैरकानूनी करार दिए गए व्यक्तियों और संगठनों की सूची जारी कर देगा। इसके साथ ही वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी करार दिए गए संगठनों और व्यक्तियों की सूची भी जारी करेगा। पेरिस बैठक के दौरान खुद को निगरानी सूची से बाहर रखने के लिए पाकिस्तान ने काफी जोर लगाया था, लेकिन आखिर में नाकाम रहा।
अमेरिका ने भी किया आगाह
वाशिंगटन। अपने यहां से आतंकवाद रोकने में नाकाम रहने पर अमेरिका ने भी पाकिस्तान को आगाह किया है। विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि वित्तीय कार्रवाई कार्यबल आतंकी फंडिंग रोकने के लिए पाकिस्तान से लगातार जो बात कह रहा है, उसे लागू करने के प्रयासों में कई खामियां हैं। आतंकी फंडिंग रोकने के लिए पाकिस्तान को कई कदम उठाने होंगे।
खासकर संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंधित आतंकी संगठनों द्वारा पैसे जुटाने और लेन-देन को रोकना ही होगा। हालांकि, प्रवक्ता ने एफएटीएफ को पाकिस्तान द्वारा दिए गए आश्वासन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि पाकिस्तान ने अपनी खामियों को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है। हम उसे एफएटीएफ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करते रहेंगे।