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पाकिस्तान में महंगाई ने तोड़ा 70 सालों का रिकार्ड, जानें पेट्रोल-गैस सिलेंडर, बिजली से लेकर जरूरी सामान के दाम

पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई की वजह से रोजमर्रा की चीजों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार की आलोचना कर रही हैं। पाकिस्तान में जरूरी सामान जैसे- पेट्रोल एलपीजी सिलेंडर से लेकर खाने के सामान के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 01:42 PM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 01:42 PM (IST)
पाकिस्तान में महंगाई ने तोड़ा 70 सालों का रिकार्ड, जानें पेट्रोल-गैस सिलेंडर, बिजली से लेकर जरूरी सामान के दाम
इमरान खान के 'नए पाकिस्तान' में चरम पर पहुंची महंगाई।(फोटो: फाइल)

नई दिल्ली, आइएएनएस। पाकिस्तान में महंगाई ने 70 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बढ़ती महंगाई की वजह से पाकिस्तान में रोजमर्रा की चीजों जैसे- ईंधन और अन्य जरूरी सामान की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। महंगाई को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है और देशभर में कई रैलियां की हैं। न्यूज इंटरनेशनल ने जानकारी दी है कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के तीन साल के कार्यकाल में पाकिस्तान में महंगाई अपने 70 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जहां खाने के दाम दोगुने हो गए हैं, वहीं घी, तेल, चीनी, आटा और मुर्गी के दाम ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गए हैं।

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पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई की वजह से रोजमर्रा की चीजों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार की आलोचना कर रही हैं और इमरान सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं। विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान का नाम सबसे ज्यादा कर्ज लेने वाले दुनिया के 10 देशों में शामिल हो गया है। इमरान खान की सरकार महंगाई पर काबू करने में पूरी तरह विफल दिख रही है। आलम यह है कि समय से पहले आम चुनाव कराए जाने की मांग उठने लगी है। इमरान खान की सरकार के अहम सहयोगी दल ने भी समय से पहले आम चुनाव कराए जाने की मांग कर दी है। 

पाकिस्तान में आसमान पर पहुंचे सामानों के दाम

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फेडरल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (FBS) के अनुसार, अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2021 के बीच बिजली की दरें 57 प्रतिशत तक बढ़कर 4.06 रुपए प्रति यूनिट से बढ़कर कम से कम 6.38 रुपए प्रति यूनिट हो गई है। अक्टूबर की पहली तिमाही तक एलपीजी के 11.67 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 51 फीसदी बढ़कर 1,536 रुपए से 2,322 रुपए हो गई है। इसी तरह, पेट्रोल की कीमत तीन साल में 93.80 रुपए प्रति लीटर से 49 प्रतिशत बढ़कर 138.73 रुपए प्रति लीटर हो गई है।

खाने के सामान के दाम भी बढ़े

वहीं, खाद्य पदार्थों की कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी घी और तेल की कीमतों में हुई है। घी की कीमत 108 प्रतिशत बढ़कर 356 रुपए प्रति किलो हो गई है। चीनी के दाम तीन साल में 83 फीसदी बढ़े। 54 रुपए प्रति किलो की दर से बिकने वाली चीनी का भाव 100 रुपए से ज्यादा हो गया है। दालों के भाव 60 से 76 प्रतिशत तक बढ़े है। मैश दलहन 243 रुपए, मूंगफली 162 रुपए, मसूर 180 रुपए प्रति किलो और चने की दाल 23 प्रतिशत तक बढ़कर 145 रुपए प्रति किलो हो गई है। अभी 20 किलो आटे की बोरी की कीमत 52 प्रतिशत बढ़कर 1,196 रुपए हो गई है। आटे की कीमत 20 रुपए प्रति किलो बढ़ गई है।


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