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भारत के खिलाफ पाकिस्तान का एक और झूठ पकड़ा गया, यूएन के कर्मचारियों को सुरक्षा देने में नाकाम रहा पड़ोसी मुल्क

पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा था कि एलओसी के पास चिरिकोट सेक्टर में भारतीय जवानों ने संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षकों (UNMO) के वाहन को निशाना बनाया था। भारत ने उसी दिन इस आरोप को खारिज कर दिया था।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 10:54 PM (IST)Updated: Mon, 21 Dec 2020 07:12 AM (IST)
पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान की फाइल फोटो

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत के खिलाफ पाकिस्तान का एक और झूठ पकड़ा गया है। पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि नियंत्रण रेखा के पास भारतीय जवानों ने जानबूझकर संयुक्त राष्ट्र के वाहन पर हमला किया था। भारत ने रविवार को कहा कि जांच में पाया गया कि पाकिस्तान का आरोप पूरी तरह से आधारहीन और गलत है।

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों को सुरक्षा देने में अपनी नाकामी को छिपाने के लिए भारत के खिलाफ झूठा आरोप लगाने की जगह अपनी चूक की जिम्मेदारी के साथ जांच करनी चाहिए।

पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा था कि एलओसी के पास चिरिकोट सेक्टर में भारतीय जवानों ने संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षकों (UNMO) के वाहन को निशाना बनाया था। भारत ने उसी दिन इस आरोप को खारिज कर दिया था।

भारत ने अपनी जांच में मिले तथ्यों से पाकिस्तान को कराया अवगत

पाकिस्तान के आरोपों पर मीडिया के सवालों पर श्रीवास्तव ने कहा कि भारत ने अपनी जांच में मिले तथ्यों से पाकिस्तान को अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आरोपों पर इस मामले की विस्तार से जांच की गई थी। इसमें यह पाया गया था कि आरोप पूरी तरह से निराधार और गलत हैं। भारतीय जवानों को संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षकों के इलाके में आने की जानकारी थी और उनकी तरफ से कोई फायरिंग नहीं की गई थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के खिलाफ झूठे और मनगढ़त आरोप लगाने की बजाय पाकिस्तान को जिम्मेदारी के साथ यह जांच करनी चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में उससे कहां चूक हुई है।


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