रेलवे कोचों में आग लगने पर विचार करेगी पीएसी
संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने यात्री कोचों में आग लगने की घटनाओं और सेना में विशेष पैराशूट की कमी के मामले पर विचार करने का फैसला किया है।
नई दिल्ली । संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने यात्री कोचों में आग लगने की घटनाओं और सेना में विशेष पैराशूट की कमी के मामले पर विचार करने का फैसला किया है। कैग की रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद लोक लेखा समिति ने इस साल 31 अतिरिक्त मुद्दों पर विचार करने का फैसला किया है।
कैग ने संसद के पिछले शीत सत्र में अपनी रिपोर्ट पेश की थी। इसमें सवारी गाडि़यों में आग लगने पर अलग से एक अध्याय दिया गया है। रिपोर्ट में कैग ने शार्ट सर्किट, खराब रख-रखाव और जानकारी के अभाव को ट्रेनों में आग लगने का मुख्य कारण बताया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पीएसी इस मुद्दे पर पूरे अध्याय का अध्ययन करेगी। पिछले सप्ताह जारी लोकसभा की बुलेटिन में इस बात की जानकारी दी गई है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के सांसद केवी थॉमस इस समय लोक लेखा समिति के अध्यक्ष हैं।
कैग ने कहा है कि ट्रेनों में आग लगने से मरने वाले यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 2001-02 में ट्रेन में आग लगने से तीन यात्रियों की मौत हुई थी। 2011-12 में यह संख्या बढ़कर नौ, 2012-13 में 32 और 2013-14 में 35 तक चली गई।
इसके अलावा कैग ने सेना के पास विशेष पैराशूटों की कमी, आर्मी एविएशन कोर के कामकाज और इनफैंट्री डिविजन के पास युद्धक वाहन की कमी का मामला भी उठाया है। लोक लेखा समिति इन सभी मुद्दों पर विचार करेगी।