सेना की रडार पर कश्मीर में मौजूद 260 आतंकी, पाक के नापाक मंसूबों पर भारत की नजर
अमरनाथ यात्रा या फिर वादी में कानून व्यवस्था की स्थिति में आतंकियों को किसी तरह का खलल पैदा नहीं करने दिया जाएगा। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट ने रविवार को कश्मीर के हालात पूरी तरह नियंत्रण में बताते हुए दावा किया कि वादी में इस समय लगभग 250-270 आतंकी ही सक्रिय हैं। इतनी ही तादाद में आतंकी एलओसी पर बने लॉन्चिंग पैड पर घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं। लेकिन श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा या फिर वादी में कानून व्यवस्था की स्थिति में आतंकियों को किसी तरह का खलल पैदा नहीं करने दिया जाएगा। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा-पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद ये सेना की ओर से महत्वपूर्ण बयान माना जा रहा है। बारामुला में आयोजित जश्न-ए-बारामुला का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से एके बट ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ लगातार सफल अभियान चलाए जा रहे हैं। हाल ही के दिनों में दक्षिण कश्मीर में आइएसजेके और जैश के सात आतंकी अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए हैं। आतंकियों के समर्थन में निकलने वाली रैलियां भी कम हुई हैं।
भारत-पाक सीमा पर भी सेना पूरी तरह से मुस्तैद है। एलओसी पर घुसपैठ की कोशिश में बढ़ोतरी की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि इस समय उत्तरी कश्मीर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) के पार बने विभिन्न लॉन्चिंग पैड पर भी 250 के करीब आतंकी जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के लिए उचित मौके की तलाश में हैं। लेकिन एलओसी पर तैनात हमारे जवान हर चुनौती से निपटने और दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए तैयार बैठे हैं।
कश्मीर में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों के बारे में उन्होंने कहा कि गत दिनों सिरीगुफवारा में इसके चार आतंकियों के मारे जाने के बाद शायद ही इसका कोई आतंकी यहां सक्रिय हो। इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर के आतंकियों का लगभग सफाया हो चुका है। मुठभेड़ों के दौरान सुरक्षाबलों द्वारा आम लोगों के मकानों को उड़ाए जाने के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के बारे में पूछे जाने पर कोर कमांडर ने कहा कि इस तरह के वीडियो भारतीय सेना को बदनाम करने और जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन के बारे में झूठा प्रचार करने के लिए पाकिस्तान से ही अपलोड हो रहे हैं।
अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरे संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोई तीर्थयात्रा हो या कानून व्यवस्था, इसमें आतंकियों व अन्य शरारती तत्वों को खलल डालने का मौका नहीं दिया जाएगा। यात्रा और आम लोगों को सुरक्षा और विश्वास का माहौल उपलब्ध कराने क लिए सभी सुरक्षा एजेंसियां आपस में पूरे समन्वय के साथ ठोस कदम उठा रही हैं।
गौरतलब है कि भाजपा और पीडीपी की गाड़ी जम्मू-कश्मीर में पिछले लगभग तीन सालों से चल तो रही थी, लेकिन केंद्र महबूबा मुफ्ती सरकार से खुश नहीं थी। अब जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी की गठबंधन वाली सरकार गिर चुकी है। मंगलवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। भाजपा नेता राम माधव ने अन्य नेताओं के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसकी पुष्टि कर दी।