कोरोना से ग्रसित तब्लीगियों की संख्या 1445 पहुंची, क्वारंटाइन में भेजे गए जमात के 25,500 सदस्य
केंद्रीय गृहमंत्रालय की मानें तो अब तक देश में तब्लीगी जमात के 25500 सदस्यों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। यही नहीं 1750 विदेशियों को भी ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि देश में अब तक तब्लीगी जमात (Tablighi Jammat) के 25,500 सदस्यों को क्वारंटाइन में भेजा गया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव (Punya Salila Srivastava) ने अपनी रोजाना प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हरियाणा के पांच गांवों को सील कर दिया गया है क्योंकि इन इलाकों में तब्लीगी जमात के सदस्य ठहरे थे। उन्होंने बताया कि अब तक विदेशों के कुल 2,083 तब्लीगियों में से 1,750 को ब्लैकलिस्ट किया जा चुका है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो कुल कोरोना ग्रसित मरीजों में अकेले तब्लीगी जमात से जुड़े 40 फीसदी से अधिक केस हैं। गृहमंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव के अनुसार, केंद्र और राज्य सरकारों के साझा सहयोग से चलाए गए मेगा अभियान से कुल 25,500 तब्लीगियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान हुई है और उन सभी को क्वारेंटाइन में डाल दिया गया है। क्वारेंटीन के दौरान इन पर नजर ऱखी जा रही, ताकि कोई भी तब्लीगी आइसोलेशन का उल्लंघन नहीं कर पाए।
उन्होंने कहा कि विदेश से पर्यटक वीजा पर आकर तब्लीगी जमात के मरकज में भाग लेने वाले विदेशियों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला जारी है। अभी तक कुल 2083 विदेशी तब्लीगियों की पहचान हो चुकी है और गृहमंत्रालय ने उनमें से 1750 का वीजा निरस्त कर ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कुल 4038 केस में अकेले तब्लीगी जमात से जुड़े लोगी की संख्या 1445 है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, हजारों तब्लीगियों को क्वारेंटाइन में रखे जाने के साथ ही कोरोना के लक्षण वाले तब्लीगियों का टेस्ट किया जा रहा है। इससे साफ है कि आने वाले समय में कोरोना के ग्रसित तब्लीगियों की संख्या बढ़ सकती है। वहीं वरिष्ठ अधिकारी (Punya Salila Srivastava) ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के दिशानिर्देश जारी किए हैं ताकि कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीजों के इलाज में बाधा नहीं आए।
केंद्र की मानें तो तब्लीगी जमात से जुड़े संक्रमण के मामले नहीं आए होते तो देश में कुल मामले बढ़ने की रफ्तार आधी होती। भारत में इस समय कोरोना के मरीजों की कुल संख्या को दोगुना होने में 4.1 दिन का समय लग रहा है लेकिन सरकार का कहना है कि यदि तब्लीगी जमात की घटना नहीं होती तो मरीजों की संख्या को दोगुनी होने में 7.4 दिन का वक्त लगता। रिपोर्टों के मुताबिक, देश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या में ज्यादातर केस तब्लीगी जमात से जुड़े हैं। हालांकि, सरकार की ओर से अभी तक कोई मुकम्मल संख्या नहीं आई है।