Move to Jagran APP

सिर्फ पीएम ही क्यों करें सीबीआइ का सामना

केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि कोयला आवंटन मामले में सिर्फ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से ही क्यों पूछताछ होनी चाहिए। उनके मुताबिक, अगर मौजूदा पीएम को सीबीआइ का सामना करना पड़ता है तो 1

By Edited By: Published: Mon, 09 Sep 2013 09:06 PM (IST)Updated: Mon, 09 Sep 2013 11:19 PM (IST)

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि कोयला आवंटन मामले में सिर्फ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से ही क्यों पूछताछ होनी चाहिए। उनके मुताबिक, अगर मौजूदा पीएम को सीबीआइ का सामना करना पड़ता है तो 1993 के बाद के कोयला मंत्रालय संभालने वाले मंत्रियों और उनके पूर्ववर्तियों को भी जांच एजेंसी द्वारा समन भेजा जाना चाहिए।

loksabha election banner

यहां सोमवार को एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री कमलनाथ के बयान को लेकर सवाल पूछने पर सूचना व प्रसारण मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की ईमानदारी पर कभी सवाल नहीं उठा है। उन्होंने जांच के राजनीतिकरण को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अगर इस तरह का अंदाजा लगाया जा रहा है तो इसे आदर्श मानते हुए सभी पर लागू होना चाहिए। कमलनाथ ने कहा था कि अगर सीबीआइ औपचारिक अनुरोध भेजती है तो प्रधानमंत्री जांच एजेंसी के समक्ष हाजिर होंगे।

तिवारी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को लेकर अनुमान लगाया जा रह है तो यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कोयला ब्लाक आवंटन 1993 से 2009 के बीच हुए थे। इस दरम्यान कई अन्य मंत्री, प्रधानमंत्री और दूसरे राजनीतिक दलों के नेता कोयला मंत्रालय के प्रभारी थे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.