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कोविंद के जवाब में विपक्ष ने मीरा कुमार को बनाया राष्ट्रपति उम्मीदवार

विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार दावेदारी करेंगी।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Thu, 22 Jun 2017 07:00 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jun 2017 08:43 PM (IST)
कोविंद के जवाब में विपक्ष ने मीरा कुमार को बनाया राष्ट्रपति उम्मीदवार

नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रपति चुनाव में जदयू के गहरे झटके से उबरते हुए विपक्षी पार्टियों ने पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को आम सहमति से संयुक्त विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है। नीतीश कुमार की जदयू को छोड़ 17 विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सोनिया गांधी की अगुआई में हुई बैठक में एनडीए के रामनाथ कोविंद के खिलाफ एक सुर से मीरा कुमार को चुनावी मुकाबले में उतारने का फैसला किया। सपा-बसपा से लेकर राजद ही नहीं कोविंद पर असमंजस में खड़ी एनसीपी ने भी मीरा कुमार की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार समेत सभी विपक्षी दलों से कुमार का समर्थन करने की अपील की है। वहीं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कोविंद को समर्थन देने के नीतीश के फैसले को ऐतिहासिक भूल बताते हुए इसे बदलने की अपील की है।

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राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का उम्मीदवार उतारने पर बनी सहमति की वजह से विपक्षी महागठबंधन के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा भी फिलहाल टल गया है। संसद भवन परिसर में विपक्षी पार्टियों की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मीरा कुमार को विपक्ष का राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने की घोषणा की। साथ ही सोनिया ने उम्मीद जताई कि विपक्ष के सभी दल कुमार का समर्थन करेंगे। विपक्षी गोलबंदी में नीतीश के अलावा एनडीए कोई और सेंध न लगा सके यह सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस ने शरद पवार की ओर से विपक्षी राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित कराया।

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सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी ने बैठक की शुरुआत करते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए ने आम सहमति का ढोंग किया। इसीलिए वैचारिक राजनीतिक लड़ाई के लिए विपक्ष का उम्मीदवार मुकाबले में उतरेगा ही। इसके बाद सोनिया ने शरद पवार को बैठक संचालन का जिम्मा सौंप दिया। एनसीपी प्रमुख ने संभावित उम्मीदवार के तौर पर सुशील कुमार शिंदे और भालचंद मुंगेकर का नाम अपनी ओर से आगे करते हुए मीरा कुमार का नाम लिया। चर्चा में गोपाल कृष्ण गांधी और प्रकाश अंबेडकर का नाम भी आया। मगर माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि एनडीए उम्मीदवार के तौर पर कोंविद का नाम आने के बाद गांधी ने खुद दूसरा बेहतर चेहरा तलाशने का सुझाव दिया था। पवार की विपक्षी उम्मीदवार उतारने में दिखी सक्रियता कांग्रेस के लिए बड़ी राहत लेकर आयी। क्योंकि पवार एनडीए उम्मीदवार को लेकर नरम थे। मगर सोनिया ने अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद और एके एंटनी को बैठक से पहले पवार के घर भेजा। इन नेताओं ने करीब ढाई घंटे की चर्चा के बाद पवार को विपक्षी खेमे के साथ रहने के लिए राजी करा लिया।

सूत्रों के मुताबिक लगभग सभी विपक्षी नेताओं ने कहा कि दलित राजनीति के सबसे बड़े चेहरों में रहे बाबू जगजीवन राम की विरासत को आगे बढ़ा रहीं मीरा कुमार की अपनी भी राजनीतिक पहचान है। राजनयिक, सांसद, केंद्रीय मंत्री से लेकर लोकसभा की स्पीकर रहीं कुमार महिला भी हैं। सोनिया के अलावा मायावती और ममता बनर्जी भी मीरा को उम्मीदवार बनाने के पक्ष में थीं। विपक्षी खेमे के नेताओं ने अनौपचारिक चर्चा में कहा भी कि संयुक्त विपक्ष के दलित चेहरे के तौर पर मीरा कुमार को उतार कर एनडीए के दलित दांव की बढ़त को थामा जा सकेगा। बैठक में सतीश चंद्र मिश्र ने मायावती के मीरा की उम्मीदवारी का समर्थन की बात कही।

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मीरा के इस दांव से विपक्षी खेमा नीतीश कुमार के लिए भी सियासी कठिनाई बढ़ाएगा। बिहार से ताल्लुक रखने वाली मीरा कुमार के खिलाफ जदयू का वोट करना उसकी महादलित की राजनीति को आघात तो पहुंचाएगा ही। लालू ने मीरा की उम्मीदवारी के एलान के बाद उन्हें बिहार की बेटी बता नीतीश पर यह दबाब बढ़ाने में देरी भी नहीं की। सवालों के जवाब में लालू ने कहा कि नीतीश का कदम धोखा है या नहीं यह तो वही जानें मगर कोविंद का समर्थन करने का फैसला उनकी ऐतिहासिक भूल होगी। मीरा कुमार के नामांकन की तारीख अभी तय नहीं हुई मगर संकेत हैं कि 27 या 28 जून को वे पर्चा दाखिल करेंगी। विपक्षी पार्टियों की बैठक में जुटे नेताओं के मीरा कुमार के नामांकन पत्र पर तत्काल ही कांग्रेस के मैनेजरों ने हस्ताक्षर भी करा लिए ताकि बाद में किसी के पाला बदलने की गुंजाइश न रहे।

17 विपक्षी पार्टियों की इस बैठक में कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, अहमद पटेल, एनसीपी के शरद पवार, माकपा के सीताराम येचुरी, बसपा के सतीश मिश्र, सपा के रामगोपाल यादव, राजद के लालू प्रसाद, द्रमुक की कनीमोरी, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, झामुमो के हेमंत सोरेन, रालोद के अजित सिंह, भाकपा के डी राजा, जदएस के दानिश अली खान के अलावा आरएसीपी, केरल कांग्रेस मणि, मुस्लिम लीग आदि के नेता बैठक में शामिल हुए।

सोनिया ने विपक्षी दलों से की समर्थन की अपील

कांग्रेस उपाध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मैं विपक्ष के सभी दलों से अपील करती हूं कि वे अपना पूर्ण समर्थन दें।


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