नल से जल योजना के तहत रोज लग रहे डेढ़ लाख कनेक्शन, वर्ष 2021-22 में तीन करोड़ लगाने का है लक्ष्य
पानी की गुणवत्ता के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक गांव की पांच महिलाओं को मुफ्त क्वालिटी किट बांटा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पानी कनेक्शन के साथ ऐसा सेंसर जोड़ा जा रहा है जिससे पानी की मात्रा और गुणवत्ता दोनों का पता चलेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। ग्रामीण जल जीवन मिशन के तहत रोजाना डेढ़ लाख घरों में पानी के कनेक्शन लगाए जा रहे हैं। आगामी वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान देशभर में तीन करोड़ से अधिक पेयजल के कनेक्शन दे दिए जाएंगे। लोकसभा में मंगलवार को मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के सहारे लोगों के घरों में शुद्ध व पर्याप्त पेयजल की आपूर्ति की जाएगी।
चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मंत्रालय के कामकाज पर नाराजगी जताते हुए कई तरह के आरोप लगाए। उसके जवाब में शेखावत ने जबर्दस्त हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस पेयजल और सड़क के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री रहते चुनाव लड़ा था वहां उन्हें मुंह की खानी पड़ी और 10 साल के वनवास पर जाना पड़ा, जो अभी भी बाहर हैं। शेखावत ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा भी पेश किया।
मंत्री ने बताया कि वर्ष 2019 में 15 अगस्त को जिस जल जीवन मिशन की घोषणा की गई थी, उसके मुताबिक वर्ष 2024 तक देश के सभी घरों को पेयजल का कनेक्शन मिल जाएगा। कोरोना काल के दौरान भी मिशन पूरी रफ्तार से चला। रोजाना एक लाख कनेक्शन लगाए गए। अब इसकी रफ्तार और बढ़ा दी गई है। मात्र 15 महीने के भीतर 3.85 करोड़ घरों को पानी के कनेक्शन से जोड़ दिया गया है। लेह-लद्दाख से लेकर लाहौल स्पीति जैसी चुनौतीपूर्ण जगहों पर भी पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चत कर दी गई है। देश के 52 जिलों के शत प्रतिशत घरों में पानी का कनेक्शन हो गया है, जहां जलापूर्ति नल से हो रही है। जबकि वर्ष 2014 के तक कुल 18.20 करोड़ घरो में से केवल 3.23 करोड़ ग्रामीण घरों में ही पानी का कनेक्शन था।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पानी की गुणवत्ता के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक गांव की पांच महिलाओं को मुफ्त क्वालिटी किट बांटा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पानी कनेक्शन के साथ ऐसा सेंसर जोड़ा जा रहा है जिससे पानी की मात्रा और गुणवत्ता दोनों का पता चलेगा।
देश के 65 फीसद हिस्से में भूजल ठीक नहीं
भूजल की विकट स्थिति पर शेखावत ने कहा कि देश के 65 फीसद हिस्से में भूजल की स्थिति ठीक नहीं है। पांच नदियों वाले पंजाब की हालत बहुत तंग है। पेयजल आपूर्ति के लिए पंजाब को वर्ष 2020-21 को जितने धन का आवंटन किया गया, उसमे से कुछ भी खर्च नहीं किया है। शेखावत के इस बयान के बाद सदन में पंजाब के कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। बंगाल और छत्तीसगढ़ की हालत भी कमोबेश बहुत संतोषजनक नहीं है। शेखावत ने विपक्षी दलों के शासित प्रदेशों का ब्योरा पेश कर उन्हें आइना दिखाया, जिन्होंने बहस में हिस्सा लेते हुए मंत्रालय के कामकाज में खूब मीनमेख निकाली थी।