जॉनसन एंड जॉनसन के पाउडर के कच्चे माल के उपयोग पर लगी रोक, जानें क्या हैं आरोप
डीसीजीआइ ने जॉनसन एंड जॉनसन से कहा है कि वह मुंबई के मुलुंड और हिमाचल के बद्दी प्लांट के पाउडर के कच्चे माल का उपयोग अपने किसी उत्पाद में ना करे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) ने जॉनसन एंड जॉनसन से कहा है कि वह अपने मुंबई के मुलुंड और हिमाचल के बद्दी प्लांट के पाउडर के कच्चे माल का उपयोग अपने किसी उत्पाद में ना करे। कच्चे माल में कैंसर पैदा करने वाले तत्व एसबेस्टस पाए जाने के आरोप हैं।
इन आरोपों के बाद केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टरों ने बुधवार को कंपनी के इन दोनों प्लांटों से सैंपल एकत्र किए थे। इसके अलावा थोक और खुदरा विक्रेताओं और डिस्टि्रब्यरों से सौ से ज्यादा सैंपल एकत्र किए गए थे। अब इन सैंपलों की जांच की जाएगी।
सीडीएससीओ के अधिकारी ने बताया कि प्रोटोकॉल के मुताबिक उत्पादक को कच्चे माल के सभी बैच की पूरी तरह से जांच करनी होती है कि उसमें कहीं एसबेस्टस तो नहीं मिला है। लेकिन यह पता चला है कि कंपनी सभी बैच की नहीं, बल्कि, बेतरतीब ढंग से कच्चे माल की चेकिंग करती थी।
इसलिए, कंपनी को अगले आदेश तक पाउडर समेत किसी भी कच्चे माल का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि बद्दी प्लांट में 82,000 किलोग्राम और मुलुंड प्लांट में 200 टन पाउडर रखा गया है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय दवा जांच प्रयोगशाला में एकत्र किए गए सैंपल की जांच की जाएगी।
कंपनी ने दावा किया है कि उसके पाउडर में कैंसर पैदा करने वाले तत्व नहीं है। पाउडर में एसबेस्टस होने के आरोपों को भी कंपनी ने गलत बताया है।