टॉयलेट की शर्त पर निकाह, टॉयलेट में ही वरमाला; अनूठी शादी में शौचालय में बजा बैंड-बाजा
शौचालय के लिए निकाह तोड़ने वाली शबा नवाज की 10 महीने बाद टॉयलेट की शर्त पर शादी हुई।
रायपुर (नईदुनिया)। आखिरकार शौचालय की मांग पर शादी तोड़ने वाली शबा नवाज के घर 10 महीने बाद शहनाई की गूंज सुनाई दी। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली शबा नवाज ने मार्च 2017 में शौचालय के कारण अपनी शादी तोड़ दी थी। उसने अपने ससुराल वालों और होने वाले शौहर से कहा था, 'शौचालय नहीं है तो निकाह नहीं करूंगी, मुझसे शादी करनी है तो आप शौचालय बनवाएं। हर लड़की को शौचालय का अधिकार मिलना ही चाहिए।' उसने मार्च 2017 में रायपुर गुढ़ियारी के सरफराज के सामने यह शर्त रखी थी।
उस वक्त तो शबा की शादी न हो सकी, लेकिन शादी की इस शर्त पर उसके ससुरालवालों ने अमल किया। घर में शौचालय बनवाने की पहल करते हुए उन्होंने मई में नगर निगम में आवेदन किया और जून तक शौचालय का निर्माण हो गया। जब यह सूचना शबा के परिवार तक पहुंची, तो शादी की तैयारियां शुरू हो गईं और 21 जनवरी 2018 को बज गई शहनाई।
जब शौचालय में बजा बैंड-बाजा
फिर असली जश्न अभी बाकी था। बुधवार को जब केंद्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण टीम गुढ़ियारी पड़ाव स्थित सामुदायिक शौचालय पहुंची तो एक सकारात्मक संदेश देने के लिए शबा-सरफराज भी पहुंच गए। एक दूसरे को वरमाला पहनाई और कहा, 'घर-घर शौचालय हो तो कभी बीमारियां नहीं फैलेंगी, लड़कियों के साथ छेड़छाड़ नहीं होगी।' जब बैंड बाजा बजे और वरमाला हुआ तो केंद्रीय टीम के सदस्य भी हक्का-बक्का रह गए। उन्हें तो पहले समझ नहीं आया कि आखिर हो क्या रहा है? उन्हें निगम के अफसरों ने पूरी घटना की जानकारी दी। तत्काल उन्होंने तस्वीरें लेकर दिल्ली भेजीं। दोस्त और रिश्तेदार डांस करने लगे। शौचालय में बैंड-बाजा देखकर राह चलते और आसपास के लोग जमा हो गए। सबने इस अनूठी शादी का वीडियो बनाया।
सबको डाउनलोड करवाया स्वच्छता एप
निगम के असिस्टेंट इंजीनियर पीडी धृतलहरे ने बताया कि यहां सभी को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। सभी के मोबाइल पर स्वच्छता एप डाउनलोड करवाया गया।
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