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कश्मीर पर बोलने का ओआइसी को कोई अधिकार नहीं

भारतीय मिशन ने इस्लामिक सहयोग संगठन को सलाह दी है कि वह भविष्य में कश्मीर को लेकर फर्जी एवं भ्रामक तथ्यों को उजागर करने वाले बयानबाजी से बाज आए।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Sat, 16 Sep 2017 07:08 PM (IST)Updated: Sat, 16 Sep 2017 07:08 PM (IST)
कश्मीर पर बोलने का ओआइसी को कोई अधिकार नहीं

नई दिल्ली, आइएएनएस : कश्मीर मामले में भारत किसी भी बाहरी शक्ति का दखल बर्दास्त नहीं करेगा। उसने जम्मू-कश्मीर मामले में बोलने के लिए मुस्लिम देशों की संस्था इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआइसी) को तगड़ी फटकार लगाई है।

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भारत का कहना है कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है। इस पर बोलने का ओआइसी को कोई अधिकार नहीं है। नई दिल्ली ने ओआइसी की तरफ से पाकिस्तान की ओर से जारी बयान को फर्जी और भ्रामक करार दिया है।

जिनेवा स्थित भारत के स्थायी मिशन ने कश्मीर मुद्दा उठाने और उस पर बयान जारी करने के लिए ओआइसी को फटकार लगाई है। मिशन का कहना है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न एवं अविभाज्य अंग है। इस पर किसी अन्य को बोलने का कोई अधिकार नहीं है।

भारतीय मिशन ने इस्लामिक सहयोग संगठन को सलाह दी है कि वह भविष्य में कश्मीर को लेकर फर्जी एवं भ्रामक तथ्यों को उजागर करने वाले बयानबाजी से बाज आए। ओआइसी के बयान को खारिज करने के लिए भारतीय मिशन ने बकायदा वक्तव्य जारी किया है।

इसमें कहा गया है, 'भारत इस बात पर दुख जताता है कि ओआइसी ने अपने बयान में भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर को लेकर निराधार एवं भ्रामक तथ्य पेश किए हैं। हम इसे सिरे से खारिज करते हैं। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हैं। भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने का ओआइसी को कोई अधिकार नहीं है। हम सलाह देते हैं कि भविष्य में ओआइसी इस तरह की हिमाकत करने से परहेज करे।

ध्यान रहे कि ओआइसी पूर्व में भी कश्मीर को लेकर इस तरह के बयान जारी करता रहा है। भारत ने हर बार उसे कड़ी फटकार लगाई है।

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