अब नक्सली हमलों में घायल जवानों के इलाज में नहीं होगी देरी, दंतेवाड़ा में 16 बिस्तरों का आइसीयू बनकर तैयार
सिविल सर्जन संजय बघेल ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में अल्प अवधि में ही आधुनिक सुविधाओं से लैस आपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। अब ट्रामा सेंटर भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
प्रदीप गौतम, दंतेवाड़ा। अब नक्सली हमलों में घायल जवानों के इलाज में देरी नहीं होगी। दरअसल, दंतेवाडा के जिला अस्पताल में चार आपरेशन थियेटर (ओटी) बनकर तैयार हो चुके हैं। 16 बिस्तरों वाला गहन चिकित्सा विभाग (आइसीयू) भी तैयार है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में कहीं भी आपरेशन की व्यवस्था नहीं थी। ब्लास्ट या मुठभेड़ में घायल जवानों को हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा जाता था। इस प्रक्रिया में दो से ढाई घंटे लगने के कारण अधिक रक्तस्त्राव की वजह से कई बार जवानों की जान चली जाती थी। बस्तर संभाग में अब त्वरित उपचार केलिए दंतेवाड़ा केअलावा जगदलपुर में भी दो सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल व ट्रामा सेंटर बनाए जा रहे हैं। बिजापुर, सुकमा, कोंडागांव और नारायणपुर के नक्सल इलाकों से दंतेवाड़ा की दूरी सबसे कम होगी, इसलिए यह अस्पताल बहुत उपयोगी होगा।
सिविल सर्जन संजय बघेल ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में अल्प अवधि में ही आधुनिक सुविधाओं से लैस आपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। अब ट्रामा सेंटर भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस अस्पताल में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों का उपचार भी किया जाएगा। अब तक नक्सल मुठभेड़ या बारूदी सुरंग के विस्फोट से घायल जवानों को पहले साथी जवान कंधे पर लादकर नजदीकी कैंप तक पहुंचाते हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हेलीकाप्टर से रायपुर के रामकृष्ण केयर सेंटर या विशाखापटनम के किसी बड़े अस्पताल में भेजा जाता था। इस तरह मुठभेड़ स्थल से अस्पताल तक पहुंचने में जवान को दो से ढाई घंटे का वक्त लग जाता था। छोटी-मोटी सर्जरी के लिए भी जवानों और आम लोगों को रायपुर जाना पड़ता था। अब दंतेवाड़ा अस्पताल में जटिल रूप से घायलों का माइक्रो आपरेशन भी किया जा सकेगा। यहां उपकरण और डाक्टरों की टीम तैयार है। रेडियोलाजिस्ट की कमी है, जिसे पूरा करने के लिए विज्ञापन निकाला जा रहा है। 16 बिस्तरों वाले आइसीयू में आपरेशन के बाद घायलों को स्वस्थ होने तक बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिल पाएगी।
सात मंजिला सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का भवन बनकर तैयार
दंतेवाड़ा के अलावा जगदलपुर के डिमरापाल में सात मंजिला सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का भवन तैयार है। साथ ही जगदलपुर के महारानी अस्पताल में भी बहुमंजिला इमारत बन रही है। यहां भी एक सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल बनेगा। नगरनार के खूटपदर में एनएमडीसी एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनवा रहा है। जल्द ही स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में बस्तर सर्वसुविधा संपन्न संभाग बन जाएगा।
दंतेवाड़ा के सीएमएचओ जीसी शर्मा ने बताया कि जिला अस्पताल में चार आधुनिक आपरेशन थियेटर तैयार हैं। हमारे पास पर्याप्त डाक्टर भी हैं। इसका फायदा आम लोगों के साथ ही नक्सल मोर्चे पर घायल जवानों को त्वरित उपचार दिलाने में मिलेगा।