यूपी में नेतृत्व को लेकर कोई लड़ाई नहीं : राजनाथ सिंह
उत्तर प्रदेश में चुनावों के लिए एक साल से कम का समय बचा है और पिछले कुछ समय से प्रदेश भाजपा में नेतृत्व में खींचतान की स्थिति बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनावों के लिए एक साल से कम का समय बचा है और पिछले कुछ समय से प्रदेश भाजपा में नेतृत्व में खींचतान की स्थिति बनी हुई है। इसके बावजूद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि प्रदेश में नेतृत्व को लेकर संकट नहीं है और सब कुछ तय समय पर होगा।
राजधानी में शनिवार को एक कार्यक्रम में पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी को बाहर और अंदर से किसी तरह की चुनौती नहीं है। नेतृत्व को लेकर संकट की बातें अफवाह हैं। पिछले दिनों हुए नक्सली हमले के बावजूद केंद्रीय गृहमंत्री का मानना है कि पिछले कुछ सालों में नक्सली घटनाओं में लगातार कमी आ रही है। यह केवल मैं नहीं कह रहा बल्कि आंकड़े कह रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नक्सल गंभीर समस्या है और सरकारी उतनी ही गंभीरता से इससे निपटने में लगी है।
जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन में हो रही देरी पर राजनाथ ने कहा कि वहां पर गठबंधन की सरकार थी। गठबंधन में दोनों पार्टियों की आपसी सहमति के आधार पर ही सरकार चलती है। असम और पश्चिम बंगाल में होने वाले आम चुनाव को लेकर भी गृहमंत्री पूरी तरह आश्र्वस्त नजर आए। कहा, असम में कांग्रेस की सरकार का हाल सबने देख लिया, हम लोग वहां पर विजयी होंगे। पश्चिम बंगाल में भी पार्टी मजबूती से चुनाव लड़कर विरोधियों को शिकस्त देगी।
उप्र के मदरसों में कौशल विकास केंद्रों की शुरुआत
एक हाथ में कुरान और दूसरे में कंप्यूटर से ही सबके विकास की राह खुल सकती है। शनिवार को सूबे के मदरसों में कौशल विकास केंद्रों की शुरुआत करते हुए तालीम और इल्म के साथ भारत महाशक्ति बनाने का संकल्प व्यक्त किया गया। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय से जुड़े संस्थान मौलाना आजाद नेशनल एकेडमी ऑफ स्किल्स (मानस) ने पूरे देश के मदरसों में कौशल विकास केंद्र खोलने की मुहिम चला रखी है। राजधानी के कुर्सी रोड स्थित इंटिग्रल विश्वविद्यालय परिसर में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डॉ.नजमा हेपतुल्ला ने रिमोट वीडियो लिंक से राज्य के नौ मदरसों में इन केंद्रों की शुरुआत की।