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मोदी या भाजपा लहर में भेद नहीं : राजनाथ

'लहर विवाद' पर विराम लगाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में चल रही मोदी या भाजपा की लहर में कोई भेद नहीं। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी का कथन तोड़मरोड़ कर प्रचारित किया जा रहा है। उन्होने यूपी में 5

By Edited By: Published: Mon, 14 Apr 2014 08:15 PM (IST)Updated: Mon, 14 Apr 2014 08:18 PM (IST)

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। 'लहर विवाद' पर विराम लगाते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में चल रही मोदी या भाजपा की लहर में कोई भेद नहीं। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी का कथन तोड़मरोड़ कर प्रचारित किया जा रहा है। उन्होने यूपी में 58 से अधिक सांसद जिताने का दावा करते हुए देश में 300 सांसदों का आंकड़ा पार करने की बात भी कही।

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दो दिन से लखनऊ संसदीय क्षेत्र में जनसंपर्क में जुटे राजनाथ सिंह सोमवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचे तो काफी आश्वस्त दिखे। पत्रकार वार्ता में विवादित सवालों से बचने के बजाए सीधे सीधे जवाब दिए। उन्होंने अटलजी का गुणगान करने में कोई कसर बाकी नहीं रखी वहीं सांसद लालजी टंडन व महापौर डा. दिनेश शर्मा के विकास कार्यो की सराहना भी की। श्री सिंह ने चुनावी जीत का गणित साधने को लखनऊ के विकास को अपने मुख्यमंत्रित्व में किए कार्य भी गिनाए और आइटी शहर के रूप में विकसित कर बायोटेक सिटी बनाने को अपना स्वप्न बताया।

पूर्व अध्यक्ष डा. मुरली मनोहर जोशी के बयान से पनपे विवाद पर लीपापोती करते हुए राजनाथ ने कहा कि मोदी व भाजपा को अलग कर के नहीं देखा जा सकता। भाजपा ने एकराय हो मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रुप में पेश किया है। मोदी को जनता प्रधानमंत्री पद पर देखना चाहती है। उनका कहना था कि प्रदेश में भाजपा जीत के अपने रिकार्ड को तोड़ते हुए 58 से भी अधिक सीटों पर विजयी होगी। पूरे देश में 300 से ज्यादा सांसदों को जिताने की ओर भाजपा बढ़ रही है।

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा नरेंद्र मोदी व अटलबिहारी वाजपेयी के पत्र सार्वजनिक करने के सवाल पर राजनाथ सिंह ने तेवर दिखाते हुए कहा कि इसकी परवाह नहीं, दरअसल कांग्रेस सुशासन और विकास के मसलों पर आमजनता का ध्यान भटकाने का षडयंत्र रच रही है। उन्होंने अटलजी को यथार्थशास्त्री बताते हुए एनडीए शासन की उपलब्धि गिनाई और यूपीए को कोसा।

नोटा से परहेज करने की गुजारिश : कर्मचारियों की मांगों का समर्थन करते हुए राजनाथ सिंह ने पेंशन पालिसी पर पुनर्विचार करने का वादा किया। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा किसी पार्टी के पक्ष में वोट न देकर नोटा का इस्तेमाल करने की अपील वापस लेने का आग्रह भी किया।

स्थिर सरकार गिराना स्वस्थ परंपरा नहीं

राजनाथ ने उमा भारती के उस बयान का समर्थन नहीं किया । जिसमें उन्होंने केंद्र में मोदी सरकार आने पर प्रदेश की सपा सरकार गिरा देने की बात कहीं थी। राजनाथ का कहना था कि भाजपा ऐसी किसी कार्य को नहीं करेगी। जिस कारण स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्परा प्रभावित हो। किसी स्थिर सरकार को गिराना तर्कसंगत नहीं है। आजम खां द्वारा चुनाव आयोग का दुरुपयोग करने के सवाल पर उन्होंने कहा सपा, बसपा व कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं को आरोपित करती रही है।

पढ़ें: देश को बचाने के लिए भाजपा को जिताएं: राजनाथ


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