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राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में 'दैनिक जागरण' का जलवा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया सम्मानित

राष्ट्रीय जल पुरस्कार में हिंदी अखबार की श्रेणी में पहला पुरस्कार दैनिक जागरण सोनभद्र को मिला जबकि इसी श्रेणी का दूसरा पुरस्कार दैनिक जागरण लखनऊ को प्राप्त हुआ।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 09:59 PM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 10:06 PM (IST)
राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में 'दैनिक जागरण' का जलवा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया सम्मानित
राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में 'दैनिक जागरण' का जलवा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया सम्मानित

 जागरण संवाददाता, नई दिल्ली । सात सरोकारों के माध्यम से समाज में चेतना लाने का काम कर रहे 'दैनिक जागरण' का जलवा राष्ट्रीय जल पुरस्कार (नेशनल वाटर अवार्ड-2018) में भी दिखा। इसमें जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए समाचार पत्र ने दो पुरस्कार प्राप्त कर एक बार फिर हिंदी अखबारों की श्रेणी में खुद को अग्रणी साबित किया।

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इसमें हिंदी अखबार की श्रेणी में पहला पुरस्कार 'दैनिक जागरण' सोनभद्र को मिला, जबकि इसी श्रेणी का दूसरा पुरस्कार 'दैनिक जागरण' लखनऊ को प्राप्त हुआ। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल व सचिव यूपी सिंह ने पहला पुरस्कार सोनभद्र में दैनिक जागरण के ब्यूरो प्रमुख आनंद स्वरूप चतुर्वेदी व वाराणसी के तत्कालीन समाचार संपादक प्रदीप शुक्ला को प्रदान किया।

वहीं, दैनिक जागरण लखनऊ के समाचार संपादक राजू मिश्र ने द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया। इसी तरह जल निकायों के पुनर्जीवन व नए जल निकाय बनाने को लेकर संभावना वाले जिलों की श्रेणी का तीसरा पुरस्कार उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले को मिला। बेस्ट स्कूल श्रेणी का तीसरा पुरस्कार दिल्ली के डीपीएस द्वारका को प्राप्त हुआ।

मिशन सोन जलाग्रह के तहत सोनभद्र में 1001 बंधियों, तालाबों व कूपों का निर्माण व पुनरुद्धार किया गया। यह अभियान पिछले वर्ष 15 मई से 12 जुलाई तक चला। यही नहीं, जल संचय के बाद इन सभी स्थानों पर पौधरोपण भी किया गया, जो 15 अगस्त 2018 तक चला। इसी तरह जल संरक्षण को लेकर चलाए गए विभिन्न अभियानों के लिए दैनिक जागरण लखनऊ को द्वितीय पुरस्कार मिला। सोमवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में जल संसाधन मंत्रालय द्वारा 14 वर्ग में कुल 82 पुरस्कार बांटे गए। खास बात यह है कि ये पुरस्कार 12 वर्षों के अंतराल के बाद फिर से शुरू किए गए हैं।

 जल संसाधन के लिए चाहिए नया दृष्टिकोण : गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत में पानी की कोई कमी नहीं है, बल्कि जल प्रबंधन समुचित तरीके से नहीं होता है। समूचे जल संसाधन क्षेत्र के लिए एक नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है और राष्ट्रीय जल पुरस्कार इस दिशा में एक अच्छा कदम है। कहा कि प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना के तहत कई परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है। नहर से सिचाई के स्थान पर पाइप के जरिये ¨सचाई करने को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि पानी को बचाया जा सके। 


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