राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कहा, छह वर्ष पहले उग्रवादी संगठन केसीपी शिफ्ट हुआ था दिल्ली, तीन को सुनाई गई सजा
इन उग्रवादियों की पहचान खोइरोम रंजीत सिंह पुखरीहोंगबम प्रेम कुमार मिताई और इरुंगबाम सनतोंबी देवी के रूप में हुई है। केसीपी से संबंधित हिंसक गतिविधियों के बारे में इनपुट मिलने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मामला दर्ज किया था।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारियों ने कहा कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) ने हिंसक गतिविधियों का षड्यंत्र रचने और उन्हें अंजाम देने के लिए छह साल पहले एक महिला सहित अपने तीन सदस्यों को दिल्ली शिफ्ट किया था। उन्होंने मणिपुर में हथगोले, पिस्तौल और कारतूस खरीदा।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ में दर्ज किया गया था मामला
इन उग्रवादियों की पहचान खोइरोम रंजीत सिंह, पुखरीहोंगबम प्रेम कुमार मिताई और इरुंगबाम सनतोंबी देवी के रूप में हुई है। केसीपी से संबंधित हिंसक गतिविधियों के बारे में इनपुट मिलने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मामला दर्ज किया था। बाद में मामले को एनआइए ने अपने हाथ में ले लिया।
39 हजार का लगाया गया जुर्माना भी
राष्ट्रीय राजधानी की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को मणिपुर के इन तीनों उग्रवादियों को सजा सुनाई। रंजीत सिंह और मिताई को सात साल कारावास की सजा सुनाई गई है। दोनों पर 39,000 रुपये जुर्माना भी लगाया गया है। सनातोंबी देवी को पांच साल कारावास और 21,000 रुपये जुर्माने के साथ दोषी ठहराया गया है। कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत प्रतिबंधित संगठनों में से एक है। यह समूह 1980 से मणिपुर में सशस्त्र संघर्ष में लगा हुआ है।
एनआइए ने मिजोरम में की थी दो जगहों पर छापेमारी
वहीं, पिछले दिनों एनआइए ने मिजोरम के दो स्थानों पर छापे मारे थे। एनआइए के एक अधिकारी ने कहा था कि यह मामला एक वाहन से 2421.12 किलोग्राम विस्फोटक मामले से जुड़ा हुआ था, जिसमें एक हजार डेटोनेटर और 4,500 मीटर डेटोनेटर फ्यूज शामिल थे। इसके साथ ही एनआइए की यह कार्रवाई 21 जनवरी को मिजोरम से 73,500 रुपये और 9,35,500 म्यांमार क्यात की बरामदगी से संबंधित थी।
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