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पुलवामा आतंकी हमला मामले में NIA को बड़ी कामयाबी, आदिल अहमद डार का मददगार गिरफ्तार

एनआइए (National Investigation Agency NIA) ने पुलवामा हमले के एक आरोपी शाकिर बशीर माग्रे को गिरफ्तार किया है। जानें पूछताछ में आतंकी ने क्‍या खुलासे किए हैं...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 08:29 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 09:42 AM (IST)
पुलवामा आतंकी हमला मामले में NIA को बड़ी कामयाबी, आदिल अहमद डार का मददगार गिरफ्तार
पुलवामा आतंकी हमला मामले में NIA को बड़ी कामयाबी, आदिल अहमद डार का मददगार गिरफ्तार

नई दिल्‍ली, एएनआइ। पुलवामा आतंकी हमला मामले की जांच कर रही राष्‍ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए को बड़ी कामयाबी मिली है। एनआइए (National Investigation Agency, NIA) ने शुक्रवार को इस मामले के एक आरोपी शाकिर बशीर माग्रे को गिरफ्तार किया। शाकिर (Shakir Bashir Magrey) जैश-ए-मोहम्‍मद (JeM) का एक ओवर ग्राउंड वर्कर (Over-Ground Worker) है। एनआइए का कहना है कि शाकिर ने ही आत्‍मघाती हमलावर आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) को अपने यहां पनाह दी थी और हमले के लिए जरूरी मदद पहुंचाई थी। 

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एनआइए ने बताया कि आरोपी शाकिर (Shakir Bashir Magrey) ने पूछताछ में खुलासा किया है कि उसने साल 2018 के अंत से फरवरी 2019 तक अपने घर में आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) और पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक (Pakistani terrorist Mohd Umar Farooq) की शरण दी थी। इतना ही नहीं शाकिर ने इन दोनों आतंकियों को विस्‍फोटक IED जमा करने में उनकी मदद की थी। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, आरोपी शाकिर को विस्तृत पूछताछ के लिए 15 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया है। 

वहीं सूत्रों की मानें तो पुलवामा में CRPF के 40 जवानों की हत्या की पूरी साजिश से जल्द पर्दा उठ सकता है। एनआइए ने इस केस के सिलसिले में अहम सबूतों के मिलने का दावा किया है। एनआइए की मानें तो नए सबूतों की पड़ताल के बाद हमले की पूरी साजिश में शामिल कई आरोपियों की पहचान हुई है। आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है। बता दें कि इस हमले में शामिल हमलावर समेत पांच संदिग्ध मारे जा चुके हैं। अब जिंदा सुबूत के तौर पर शाकिर बशीर माग्रे की गिरफ्तारी से मामले की छानबीन में नया मोड़ आ गया है। 

मालूम हो कि पिछले साल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले को अंजाम देने हमलावर आदिल अहमद डार तो मौके पर ही मर गया था। हमले की साजिश में मुख्य भूमिका निभाने वाला मुदासिर अहमद खान 25 दिन बाद पिछले साल 10 मार्च को मुठभेड़ में मार गिराया गया था। बाद में 26 फरवरी की रात  को भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को ध्‍वस्‍त कर दिया था। 


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