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सड़क निर्माण के लिए एनएचएआइ बड़े पैमाने पर बाजार से धन जुटाएगा

सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं के तहत 2018-19 में कुल मिलाकर लगभग 16,420 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का लक्ष्य रखा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 09:50 PM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 09:50 PM (IST)
सड़क निर्माण के लिए एनएचएआइ बड़े पैमाने पर बाजार से धन जुटाएगा
सड़क निर्माण के लिए एनएचएआइ बड़े पैमाने पर बाजार से धन जुटाएगा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष के दौरान छह हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गो का निर्माण करने के लिए एनएचएआइ बड़े पैमाने पर बाजार से धन जुटाएगा। इसमें कुछ धन बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से कर्ज लेकर, जबकि बाकी मौजूदा सड़क परियोजनाओं के टोल ठेकों के मार्फत जुटाया जाएगा।

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सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं के तहत 2018-19 में कुल मिलाकर लगभग 16,420 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें एनएचएआइ 6000 किलोमीटर सड़कें बनाएगा। जबकि 9700 किलोमीटर का निर्माण सड़क मंत्रालय और 720 किलोमीटर का एनएचआइडीसीएल द्वारा किया जाएगा। इसके लिए सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि की आवश्यकता होगी। इसमें से लगभग 70 हजार करोड़ रुपये का इंतजाम सरकार की ओर से बजटीय सहायता के तौर पर कर किया जाएगा। जबकि लगभग इतनी ही रकम एनएचएआइ द्वारा बाजार से जुटाई जाएगी।

हाल ही में एसबीआइ से 25 हजार करोड़ रुपये का अनसिक्योर्ड लोन लेकर एनएचएआइ ने अपने हिस्से का धन जुटाने की शुरुआत कर दी है। एनएचएआइ को ये कर्ज 7.90 फीसद की प्रतिस्प‌र्द्धी ब्याज दर और आसान शर्तो पर मिला है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 10 हजार करोड़ रुपये के बांड इश्यू करने की अनुमति भी एनएचएआइ को दी है। इसमें 4000 करोड़ घरेलू बांड जबकि 6000 करोड़ रुपये की रकम विदेशों में मसाला बांड जारी कर जुटाए जाएंगे।

इसके अतिरिक्त 30 हजार करोड़ रुपये की रकम पूरी हो चुकी सड़क परियोजनाओं के टोल वसूली के टीओटी (टोल-आपरेट-ट्रांसफर) ठेके देकर जुटाई जाएगी। गुजरात और आंध्र प्रदेश की नौ परियोजनाओं के टीओटी ठेके देकर एनएचएआइ इसमें से 10 हजार करोड़ रुपये की रकम पहले ही जुटा चुका है।

जबकि अगले चरण में उसका इरादा उप्र, बिहार आदि राज्यों में 587 किलोमीटर लंबाई की आठ परियोजनाओं के टीओटी ठेके देने का है। इससे कम से कम साढ़े पांच हजार करोड़ रुपये की राशि प्राप्त होने की संभावना है। हालांकि एनएचएआइ को उम्मीद है कि इस बार भी दस हजार करोड़ की रकम प्राप्त हो सकती है। इसके बाद और सड़कों के टीओटी ठेके दिए जाएंगे।

रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के अनुसार एनएचएआइ अगले दो-तीन वर्ष के दौरान अकेले 75 राजमार्ग परियोजनाओं के टीओटी ठेकों से ही 60 हजार करोड़ रुपये जुटा सकता है।

एनएचएआइ वैश्विक स्तर की प्रतिष्ठित एजेंसियों द्वारा 'एएए' रेटिंग प्राप्त संगठन है। इसे हर वर्ष 10 हजार करोड़ रुपये की टोल आय हासिल होती है। इसलिए बाजार से कर्ज जुटाने में इसे विशेष परेशानी नहीं होती। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के मुताबिक इस समय देश में रोजाना 28 किलोमीटर की दर से राजमार्ग निर्माण हो रहा है। जिसे अगले वर्ष 40 किलोमीटर प्रतिदिन करने का लक्ष्य है।

चूंकि हाईब्रिड-एन्यूटी मॉडल अपनाए जाने के बाद सड़क निर्माण क्षेत्र में निवेशकों की रुचि बढ़ी है। लिहाजा एनएचएआइ को बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से काफी किफायती ब्याज पर कर्ज के प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं।


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