महंगाई बढ़ाने के तैयारी में जुटे मनमोहन के सिपहसालार
मनमोहन सरकार के नए मंत्रियों ने पदभार संभालते ही रेल भाड़े और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। इससे महंगाई से जूझ रहे लोगों पर जल्द ही और आर्थिक बोझ पड़ने की संभावना बढ़ गई है..
नई दिल्ली। मनमोहन मंत्रिमंडल में फेरबदल के साथ ही कमरतोड़ महंगाई से जूझ रहे लोगों की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही हैं। पद संभालते ही मनमोहन कैबिनेट के कई मंत्रियों ने महंगाई और बढ़ने के संकेत दिए हैं। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने मंत्रालय का कार्यभार संभालते ही डीजल, किरोसिन और गैस पर सब्सिडी कम करने के संकेत दिए हैं। उधर, नए रेल मंत्री ने भी यात्रियों से अधिक किराए के लिए तैयार रहने का संकेत दिया है।
वीरप्पा मोइली ने कहा कि सरकार को सब्सिडी की मौजूदा नीति पर विचार करना होगा और देखना होगा कि सब्सिडी का लाभ जरूरतमंद आदमी तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि केवल डीजल, किरोसिन और गैस पर हर रोज 433 करोड़ की अंडर रिकवरी हो रही है। इस साल यह अंडर रिकवरी एक लाख 63 हज़ार करोड़ हो जाएगी। अगर सरकार सब्सिडी घटाने का फैसला लेती है तो पेट्रोल, डीजल समेत रसोई गैस के दाम बढ़ेंगे।
उधर, नए रेल मंत्री पवन बंसल ने भी यात्री किराया बढ़ाऐ जाने के संकेत दिए। रेल मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद बंसल ने कहा कि रेलवे के विशाल ढाचे को बचाए रखने के लिए यात्री किराया बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किराए के साथ-साथ सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी ताकि यात्री खुद यह कह सकें कि किराए में वृद्धि अनावश्यक नही की गई है। पवन बंसल के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए रेल राज्यमंत्री अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि रेल किराया बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि चारों तरफ महंगाई बढ़ रही है, ऐसे में रेलवे के नुकसान की भरपाई के लिए रेल का किराया बढ़ना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए भी रेलवे का किराया बढ़ाना जरूरी है।
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