युवा आबादी को 'वास्तविक संपत्ति' में बदलने की जरूरत : वेंकैया
उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देश की विशाल युवा आबादी को 'संभावित संपत्ति' बताते हुए उन्हें 'वास्तविक संपत्ति' में बदलने की जरूरत बताई है।
कोलकाता [जागरण संवाददाता]। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देश की विशाल युवा आबादी को 'संभावित संपत्ति' बताते हुए उन्हें 'वास्तविक संपत्ति' में बदलने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कर पाने से मौका हाथ से निकल जाएगा।
शुक्रवार को प्रो. प्रशांत चंद्र महालनवीस की 125वीं जयंती पर कोलकाता में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा-'हमारे देश की 65 फीसद से ज्यादा आबादी 35 वर्ष से कम उम्र वाली है। यह आंकड़ा बेहद महत्वपूर्ण है। हम अगर इस मानव संसाधन का सही तरीके से इस्तेमाल कर उसे मानव पूंजी में नहीं बदल पाए तो यह हाथ से निकला हुआ मौका होगा और इसकी वजह से देश को गरीबी, असमानता, सामाजिक अशांति, एवं अनियमित वृद्धि जैसी सामाजिक-आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ेगा।'
उप राष्ट्रपति ने 12वें सांख्यिकी दिवस और प्रशांत चंद्र महालनवीस की 125वीं जयंती पर 125 रुपये का स्मारक सिक्का और पांच रुपये का सर्कुलेशन सिक्का जारी किया। सांख्यिकी दिवस पर इस साल का थीम 'सरकारी सांख्यिकी में गुणवत्ता का भरोसा' है।