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दो साल बाद NCRB ने जारी किया डाटा; महिलाओं के खिलाफ बढ़ा अपराध, हैरान कर देंगे आंकड़े

दो साल बाद NCRB ने 2017 में हुए अपराध के आंकड़े जारी कर दिए है। इन आंकड़ों में 2016 के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 08:58 AM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 08:58 AM (IST)
दो साल बाद NCRB ने जारी किया डाटा; महिलाओं के खिलाफ बढ़ा अपराध, हैरान कर देंगे आंकड़े

नई दिल्ली,एएनआइ। सरकार ने सोमवार को 2017 के अपराध आंकड़ों पर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट जारी कर दी है। दो साल की देरी के बाद ये रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2017 में 50 लाख से ज्यादा संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए।

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काफी देरी के बाद जारी की गई इस रिपोर्ट के अनुसार, कुल 50,07,044 संज्ञेय अपराध जिसमें 30,62,579 भारतीय दंड संहिता (IPC) और 19,44,465 विशेष और स्थानीय कानून (SLL) अपराध शामिल थे। 2016 के मुकाबले इस साल दर्ज किए गए अपराधिक रिकॉर्ड में 3.6 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। 2016 में  48,31,515 मामले सामने आए थे। 

महिलाओं के खिलाफ बढ़ा अपराध

2017 में आईपीसी के अंतरगत जितने अपराध दर्ज किए गए है उसमें से सबसे अधिक महिलाओं के खिलाफ अपराध के है। 2017 में महिलाओं के खिलाफ कुल IPC अपराधों में 'पति या उनके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता' में 33.2% मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद 'महिला पर हमला करने के इरादे से उसकी शीलता को आघात करने के लिए 27.3% अपहरण और महिलाओं का अपहरण' में 21.0% और 'बलात्कार' 10.3% मामले दर्ज किए गए।

हत्या की घटनाओं में आई कमी बढ़े अपहरण के मामले  

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 के दौरान आईपीसी के तहत मामलों में पंजीकरण 2.9% और एसएलएल अपराधों में 2016 के मुकाबले 4.8% की वृद्धि हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2017 में, हत्या के कुल 28,653 मामले दर्ज किए गए थे। 2016 के मुकाबले इसमें 5.9% की गिरावट आई है। 2016 में 30,450 मामले सामने आए थे।  विवाद  से जुड़े 7,898 मामले दर्ज किए गए। लेकिन वर्ष 2017 में  अपहरण के मामलों में वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट में साइबर अपराध और दावों के बारे में भी उल्लेख किया गया है, "2017 के दौरान, साइबर अपराध के 56.0% मामले दर्ज किए गए। 21,796  में से 12,213 मामले धोखाधड़ी के दर्ज किए गए।  इसके  बाद 6.7% (1,460 मामले) यौन शोषण के थे।


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