Terror Funding Case: मसरत आलम समेत तीनों अलगाववादी नेताओं को कोर्ट ने NIA की कस्टडी में भेजा
पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार मसरत आलम भट्ट समेत तीनों अलगाववादी नेताओं की मंगलवार को एनआईए कोर्ट में पेशी हुई। तीनों को 10 दिन के हिरासत में भेज दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया (Terror Funding) कराने के एक मामले में आरोपित अलगाववादी मसरत आलम, आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह को एनआइए ने मंगलवार को पटियाला हाउस अदालत में सुनवाई के दौरान गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद तीनों आरोपितों को विशेष अदालत ने दस दिन की रिमांड पर एजेंसी के हवाले कर दिया। हालांकि एजेंसी ने 15 दिन का रिमांड मांगा था।
मसरत को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) सोमवार को ही जम्मू-कश्मीर से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई थी। जबकि आसिया अंद्राबी और शब्बीर शाह पहले से तिहाड़ जेल में न्यायिक हिरासत में बंद थे। इन पर घाटी में पत्थरबाजी करवाने में सक्रिय भूमिका निभाने का भी आरोप है। जिस मामले में धन मुहैया कराने के लिए आरोपितों को रिमांड पर लिया गया है, वह 2008 के मुंबई आतंकी हमले के सरगना और जमात-उद-दावाह प्रमुख हाफिज सईद से जुड़ा हुआ है।
आरोपितों के अधिवक्ता ने बताया कि आसिया और शाह अलग-अलग मामलों में पहले से ही हिरासत में हैं, जबकि आलम को ट्रांजिट रिमांड पर जम्मू-कश्मीर से लाया गया था। एनआइए ने 2018 में हाफिज सईद, एक अन्य आतंकी सरगना सैयद सलाउद्दीन और दस कश्मीरी अलगाववादियों के खिलाफ घाटी में आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराने के मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था।
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