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Nirbhaya Case: पवन कुमार गुप्ता की Curative Petition पर सोमवार को होगी अहम सुनवाई

2012 Delhi Nirbhaya Case दोषी पवन कुमार गुप्ता की सुधारात्मक याचिका (Curative Petition) पर सोमवार (2 मार्च) को अहम सुनवाई होगी।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 29 Feb 2020 04:10 PM (IST)Updated: Sat, 29 Feb 2020 04:35 PM (IST)
Nirbhaya Case: पवन कुमार गुप्ता की Curative Petition पर सोमवार को होगी अहम सुनवाई
Nirbhaya Case: पवन कुमार गुप्ता की Curative Petition पर सोमवार को होगी अहम सुनवाई

नई दिल्ली, एएनआइ। 2012 Delhi Nirbhaya Case: निर्भया मामले में फांसी से राहत पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दोषी पवन कुमार गुप्ता (Pawan Kumar Gupta) की सुधारात्मक याचिका (Curative Petition) पर सोमवार (2 मार्च) को अहम सुनवाई होगी। पवन ने दायर याचिका में फांसी से राहत की गुहार लगाते हुए कहा है कि उसका पक्ष सही ढंग से नहीं रखा गया। इसके साथ फांसी से राहत पाने के लिए कई और तथ्य भी रखे हैं।

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फांसी से एक दिन पहले होगी सुनवाई

दरअसल, इसके अगले दिन यानी 3 मार्च को चारों दोषियों (पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार शर्मा, अक्षय कुमार सिंह और मुकेश सिंह) को तिहाड़ जेल संख्या-3 फांसी दी जानी है। ऐसे में यह सुनवाई बेहद अहम है। 

पांच सदस्यीय बेंच करेगी सुनवाई

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, जस्टिस NV रमन्ना (Justice N V Ramana) की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय बेंच पवन कुमार गुप्ता की सुधारात्मक याचिका पर सुनवाई करेगी। 

3 दोषियों की सुधारात्मक याचिका हो चुकी है खारिज

बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट विनय कुमार शर्मा, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह की सुधारात्मक याचिका खारिज कर चुका है। 

शुक्रवार को दायर सुधारात्मक याचिका में पवन कुमार गुप्ता ने आगामी तीन मार्च को होने वाली फांसी भी टालने की गुहार लगाई है। अपनी याचिका में दोषी पवन ने कहा है कि 16 दिसंबर, 2012 को जब निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई तब वह नाबालिग था। पवन के वकील एपी सिंह ने याचिका में मांग की है कि पवन के बारे में पूर्व के दिए गए आदेशों में उम्र संबंधी गलती को भी सुधारा जाना चाहिए।

यह भी जानें

  • दक्षिण दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर, 2012 को निर्भया के साथ चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था।
  • निर्भया के साथ इस कदर शारीरिक शोषण हुआ कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
  • निचली अदालत से लेकर दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी चारों दोषियों (विनय, पवन, अक्षय और मुकेश) को फांसी की सजा सुना चुका है।
  • सामूहिक दुष्कर्म में एक आरोपित राम सिंह ने 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी लगा ली थी।
  • 17 फरवरी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट जारी किया है, जिसके मुताबिक, आगामी 3 मार्च को चारों को तिहाड़ जेल में फांसी दी जानी है।

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