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SN Srivastava: क्‍यों सीधे पुलिस आयुक्‍त न बना दिया केवल अतिरिक्‍त कार्यभार? कुछ ऐसी हैं अटकलें

एसएन श्रीवास्तव को पूरी तरह से आयुक्त बनाने संबंधी आर्डर जारी न कर अतिरिक्त कार्यभार सौंपे जाने संबंधी आर्डर जारी किए जाने से शुक्रवार को दिनभर महकमे में यह मामला चर्चा का विषय बना

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 08:26 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 08:26 PM (IST)
SN Srivastava: क्‍यों सीधे पुलिस आयुक्‍त न बना दिया केवल अतिरिक्‍त कार्यभार? कुछ ऐसी हैं अटकलें
SN Srivastava: क्‍यों सीधे पुलिस आयुक्‍त न बना दिया केवल अतिरिक्‍त कार्यभार? कुछ ऐसी हैं अटकलें

नई दिल्ली [राकेश सिंह]। दिल्ली पुलिस में बीते दिनों वरिष्ठ विशेष आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) बनाए गए वरिष्ठ आइपीएस सच्चिदानंद श्रीवास्तव (एसएन श्रीवास्तव) को सीधे तौर पर पुलिस आयुक्त न बनाए जाने पर  तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एसएन श्रीवास्तव आगामी एक मार्च से पुलिस आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे। वर्तमान पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक शनिवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वह एक लंबे समय 37 महीने तक आयुक्त के पद पर रहे। संयोग की बात है कि अमूल्य पटनायक व एसएन श्रीवास्तव दोनों यूटी कैडर के 1985 बैच के वरिष्ठ आइपीएस हैं। माना जा रहा है कि श्रीवास्तव का डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी), सेंट्रल विजिलेंस क्लीयरेंस (सीवीसी) व इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) क्लीयरेंस में किसी में कुछ दिक्कत आ रही हो, इसलिए अभी सीधे तौर पर आयुक्त लगाने का ऑर्डर जारी नहीं किया गया। 

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यह भी हो सकता है कि गृह मंत्रालय किसी बहाने कुछ दिन यह देखना चाह रहा हो कि एसएन श्रीवास्तव किसी तरह से उत्तर-पूर्वी जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा समेत दिल्ली की कानून व्यवस्था को बेहतर कर सकते हैं। उसके बाद एक या दो हफ्ते में उनको पूरी तरह से आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। मुख्यालय सूत्रों की मानें तो ऐसा ऑर्डर पहली बार हुआ है। गृहमंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार रात जारी आर्डर में बताया गया है कि एसएन श्रीवास्तव एक मार्च से आयुक्त की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी संभालेगे। एसएन श्रीवास्तव को पूरी तरह से आयुक्त बनाने संबंधी आर्डर जारी न कर अतिरिक्त कार्यभार सौंपे जाने संबंधी आर्डर जारी किए जाने से शुक्रवार को दिनभर महकमे में यह मामला चर्चा का विषय बना रहा। पुलिस अधिकारी तरह-तरह के कयास लगाते रहे।

उत्तर-पूर्वी जिले में बीते दिनों जारी सांप्रदायिक हिंसा को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विगत मंगलवार को एसएन श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस में वरिष्ठ विशेष आयुक्त (कानून-व्यवस्था) बना दिया था। यूटी कैडर के 1985 बैच के वरिष्ठ आइपीएस श्रीवास्तव पूर्व पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी के कार्यकाल के दौरान प्रतिनियुक्ति पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में चले गए थे।

चार साल से सीआरपीएफ में तैनात

बेहद सख्त व इमानदारी छवि के रूप में जाने वाले श्रीवास्तव मूलरूप से बलिया उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। वह चार साल से सीआरपीएफ में तैनात थे। पहले वह सीआरपीएफ में जम्मू-कश्मीर जोन में स्पेशल डीजी रहे और बाद में स्पेशल डीजी (प्रशिक्षण) के पद पर तैनात थे। सीआरपीएफ में रहने के दौरान मंत्रालय ने उन्हें जम्मू कश्मीर जोन में आतंकी गतिविधयों पर लगाम लगाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी थी। वह काफ हद तक मंत्रालय की उम्मीदों पर खड़ा भी उतरे।

आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन की कमर तोड़ चुके हैं

दिल्ली पुलिस में एसएन श्रीवास्तव डीसीपी दक्षिण-पश्चिम व उत्तरी रहे। उसके बाद ज्वाइंट सीपी ट्रेनिंग व ट्रैफिक में रहे। बाद में स्पेशल सेल के मुखिया बने। दिल्ली जब आतंकी घटनाओं से जूझ रही थी तब वह सेल में तैनात थे। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर इन्होंने आइएम की कमर तोड़ दी थी। दिल्ली पुलिस के अलावा एसएन श्रीवास्तव एसपीजी में भी रहे हैं और मिजोरम में डीआइजी रहे हैं। मंगलवार को दिल्ली पुलिस में नई जिम्मेदारी संभालने के बाद से वह उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा पर नियंत्रण के काम में जुटे हुए हैं। वह लगातार जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं और हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर शांति मार्च में भी हिस्सा ले रहे हैं।


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