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अरुणाचल में चीनी सीमा के पास बनेंगी 18 सड़कें, 1175 करोड़ की आएगी लागत: जी किशन रेड्डी

आइटीबीपी के 58वें स्थापना दिवस पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सरकार अरुणाचल में चीन की सीमा के पास 18 सड़कें बनाएगी।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 10:58 PM (IST)Updated: Thu, 24 Oct 2019 10:58 PM (IST)
अरुणाचल में चीनी सीमा के पास बनेंगी 18 सड़कें, 1175 करोड़ की आएगी लागत: जी किशन रेड्डी
अरुणाचल में चीनी सीमा के पास बनेंगी 18 सड़कें, 1175 करोड़ की आएगी लागत: जी किशन रेड्डी

ग्रेटर नोएडा, जेएनएन। आइटीबीपी (इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस) के 58वें स्थापना दिवस पर जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सरकार अरुणाचल में चीन की सीमा के पास 18 सड़कें बनाने का प्रस्ताव पास कर चुकी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि सरकार आइटीबीपी को अधिक शक्तिशाली बनाना चाहती है। अरुणाचल में जो 18 सड़कें बनाई जानी है, उनकी लंबाई 1607 किलोमीटर होगी। इसकी लागत 1175 करोड़ रुपये होगी।

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उन्‍होंने कहा कि आइटीबीपी को जल्द ही दो हेलीकॉप्टर दिए जाएंगे। ये राशन से लेकर अन्य उपकरणों को दुर्गम स्थान में ले जाने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि आइटीबीपी के प्राथमिकता के आधार पर विभिन्न सीमाओं में 20 हजार करोड़ रुपये की लागत से 45 नई सड़क भी बनाए जाने की योजना है। 2014 से अब तक लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 23 नए बॉर्डर आऊटपुट पोस्ट बनाए गए हैं। आइटीबीपी ने 42 नए पोस्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है।

देश की रक्षा में अहम भूमिका

जी किशन रेड्डी ने कहा, आइटीबीपी भारत की सरहदों पर पिछले 57 वर्ष से देश की सुरक्षा कर रहा है। इसके जवान नौ हजार फीट की ऊंचाई पर विषम परिस्थितियों में भी तैनात रहते हैं। इसके साथ ही आपदा के समय में देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों की सेवा करते हैं। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आइटीबीपी ने पंजाब में आतंकवाद को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई थी। यही काम अब जम्मू-कश्मीर में कर रहे हैं। इसके जवानों ने अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के आसपास न जाने कितने आत्मघाती हमलों को नाकाम किया है। आइटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने कहा कि बल का गठन 1962 में किया गया था। तब से लेकर आज तक चुनौतीपूर्ण सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं। 


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