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विशेषज्ञों ने ICMR पर उठाए सवाल, कहा- कई हिस्सों में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन

सरकार और आइसीएमआर के दावों पर सवाल खड़ा करते हुए विशेषज्ञों ने कहा है कि देश के कई हिस्‍सों में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा है। जानें उन्‍होंने क्‍या बातें कही...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 14 Jun 2020 07:01 AM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 07:01 AM (IST)
विशेषज्ञों ने ICMR पर उठाए सवाल, कहा- कई हिस्सों में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन
विशेषज्ञों ने ICMR पर उठाए सवाल, कहा- कई हिस्सों में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन

नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी आने के बीच विशेषज्ञों ने कहा है कि देश के कई हिस्सों में कोविड-19 का सामुदायिक प्रसार हो चुका है। उन्होंने सामुदायिक प्रसार नहीं होने को लेकर सीरो सर्वेक्षण के नतीजों के आधार पर आइसीएमआर द्वारा किए गए दावों के लिए उसे आड़े हाथों लिया। विशेषज्ञों ने कहा कि यह मौजूदा स्थिति को परिलक्षित नहीं करता और सरकार सच्चाई को स्वीकार करने में अडि़यल रुख दिखा रही है। देश के कई हिस्सों में सामुदायिक प्रसार पर जोर देते हुए विशेषज्ञों ने सरकार से कहा कि वह इसे स्वीकार करे जिससे लोग लापरवाह न हों।

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आइसीएमआर ने किया था यह दावा

भारतीय आयुर्विज्ञान शोध परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने गुरुवार को सर्वेक्षण के नतीजे जारी करते हुए मीडिया से कहा था कि भारत में निश्चित रूप से अभी सामुदायिक प्रसार का चरण नहीं आया है। उनके इस बयान के बाद विषाणु रोग विज्ञान, लोक स्वास्थ्य और आयुर्विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने यह राय जाहिर की है। संक्रमण की प्रवृत्ति जानने के लिए देश में कराए गए पहले सीरो-सर्वेक्षण के अनुसार 65 जिलों के 26,400 लोगों पर किए गए सर्वेक्षण से पता चला कि 0.73 फीसद लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके है।

देश के कई हिस्‍सों में सामुदायिक प्रसार

एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्रा ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि देश के कई हिस्सों में सामुदायिक प्रसार है। उन्होंने कहा, बड़े पैमाने पर लोगों के पलायन और लॉकडाउन में छूट से इसमें और तेजी आई। इससे यह बीमारी उन इलाकों में भी पहुंच गई जहां कोई मामला नहीं था। उन्‍होंने कहा कि समय आ गया है कि सरकार को इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए ताकि लोग इसे लेकर ज्यादा सतर्क हो जाएं और इसे हल्के में ना लें। उन्होंने यह भी कहा कि संक्रमण के प्रसार का पैमाना जानने के लिए 26,400 लोगों का नमूना लिया जाना बेहद अपर्याप्त है।

अब हो रहा कम्युनिटी ट्रांसमिशन

दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में कार्यरत प्रख्यात सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने कहा कि यदि आईसीएमआर की दलील को मान भी लिया जाए तब भी इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई जैसी जगहों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत एक विशाल देश है और हर राज्य में वायरस के चरम पर पहुंचने का समय भी अलग है। एंटीबॉडीज विकसित होने में दो हफ्ते का वक्त लगता है ऐसे में यह सर्वेक्षण अप्रैल की स्थिति को बताता है। ऐसे में यह दावा करना गलत है कि हम कम्युनिटी ट्रांसमिशन के चरण में नहीं हैं।

10 दिन में तेजी से बढ़े मामले

देश में शनिवार को महज 10 दिन में कोरोना संक्रमण के मामले दो लाख से बढ़कर तीन लाख के पार कर गए। शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक 11,458 मामले सामने आए जिसके साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,08,993 हो गए हैं। शनिवार को संक्रमण से 386 लोगों की मौत हो गई जिसके साथ मृतक संख्या बढ़कर 8,884 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि मामले दुगुने होने की दर 15.4 दिन से बढ़कर 17.4 दिन हो गई है। मंत्रालय की मानें तो देश में अब तक 49.9 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं।


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