Earthquake in Delhi NCR: दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके
Earthquake in Delhi NCR दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए हैं। इससे बाद लोग घराें से बाहर निकल गए।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Earthquake in Delhi-NCR : शुक्रवार की शाम दिल्ली समेत भारत के कई जगहों पर भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। शुरुआती जानकारी के अनुसार कहीं किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि भूकंप के झटके के बाद लोग डर और भय से घरों से बाहर निकल गए। वहीं ऑफिस में भी काम करने वाले लोग अपने कार्यस्थल से बाहर आकर अपनी-अपनी जान बचाई। यूएस सिस्मोलॉजिक्ल सेंटर के मुताबिक इस भूकंप की तीव्रता 6.4 रही है। इस भूकंप का केंद्र काबुल से 245 किलोमीटर की दूरी पर था। भूकंप भारत के समयानुसार 5 बजकर 12 मिनट के आसपास महसूस किया गया है।
कई जगहों पर महसूस हुआ झटका
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश में था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई है। यह भूकंप के झटके पंजाब, हरियाणा, कश्मीर महसूस किए गए हैं। वहीं इस भूकंप के झटके को पाकिस्तान के इस्लामाबाद और अन्य जगहों पर भी महसूस किया गया है। राजधानी इस्लामाबाद समेत कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस झटके से करीब 10 सेकेंड तक धरती कांपती रही। पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल गए। कई लोग तो जब तक समझ पाते तब तक सब शांत हो चुका था।
गुरुग्राम में भी ऑफिस से बाहर निकले लोग
दिल्ली-एनसीआर समते पूरे उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए हैं। शाम में आए भूकंप के झटके गुरुग्राम में भी महसूस किए गए हैं। इसके कारण साइबर सिटी सेक्टर 31 स्थित एक आईटी कंपनी की बिल्डिंग से बाहर आ गए लोग।
जान-माल का नहीं हुआ नुकसान
इससे पहले 19 नवंबर को भी भूकंप के झटके दिल्ली समेत कई इलाकों में महसूस किए थे। उस वक्त भूकंप की तीव्रता पांच के आसपास रही थी। उस वक्त भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ था। बता दें कि दिल्ली को भूकंपीय क्षेत्र के जोन चार में रखा गया है।
जोन -चार में है दिल्ली
यह हिमायल के करीब भी है। ऐसे में हिमायली इलाके में अगर भीषण भूकंप आया तो दिल्ली में ज्यादा तबाही मच सकती है। इसमें एनसीआर के भी कई इलाकों में तबाही मच सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली में अगर बड़ा भूकंप आया तो जान माल का ज्यादा नुकसान होगा, क्योंकि पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली के साथ ज्यादातर इलाके घनी आबादी वाले हैं। कई इलाके तो ऐसे भी हैं, जहां आपात स्थिति में मदद तक नहीं पहुंच सकती है।