सरकार ने किया आगाह, दिल्ली में बिजली संकट, कभी भी छा सकता है अंधेरा
दिल्ली एनसीआर में बिजली संकट यानी ब्लैकआउट जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इस समस्या का सबसे ज्यादा सामना भी दिल्लीवासियों को ही करना पड़ेगा।
राज्य ब्यूरो (नई दिल्ली)। दिल्ली के उर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में थर्मल पावर प्लांटों में कोयले का पर्याप्त स्टॉक नहीं है। अमूमन इन प्लांटों में दो सप्ताह का स्टॉक होता है, लेकिन मौजूदा समय में एक से दो दिन का ही स्टॉक है। रेलवे से वैगन/रैक आदि कोयले की ढुलाई के लिए नहीं मिल रहे हैं। कोयला दिल्ली नहीं पहुंच रहा है। बावजूद इसके केंद्रीय कोयला व रेल मंत्री इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दिल्ली सचिवालय में पत्रकार वार्ता के दौरान जैन ने बताया कि गत 17 मई को इस बाबत केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा गया है। इसके जरिये पावर प्लांटों में कोयला की मौजूदा उपलब्धता के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस बारे में केंद्र सरकार की ओर से गंभीर रूख अख्तियार नहीं किया गया है, न ही पत्र का जवाब मिला है। इससे आने वाले समय में बिजली संकट खड़ा हो सकता है।
जैन ने बताया कि दिल्ली एनसीआर में बिजली संकट यानी ब्लैकआउट जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। इस समस्या का सबसे ज्यादा सामना भी दिल्लीवासियों को ही करना पड़ेगा।