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सिर्फ एक दशक में दिल्ली होगा दुनिया में सबसे बड़ा आबादी वाला शहर

आने वाले एक दशक में भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला शहर होगा। इसकी जनसंख्या 67 फीसदी तक बढ़ेगी।

By Vikas JangraEdited By: Published: Fri, 18 May 2018 03:17 PM (IST)Updated: Fri, 18 May 2018 07:13 PM (IST)
सिर्फ एक दशक में दिल्ली होगा दुनिया में सबसे बड़ा आबादी वाला शहर
सिर्फ एक दशक में दिल्ली होगा दुनिया में सबसे बड़ा आबादी वाला शहर

नई दिल्ली (जेएनएन)। आने वाले एक दशक में दिल्ली दुनिया का सबसे बड़ा शहर होगा। यहां दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी रह रही होगी। ये अनुमान है संयुक्त राष्ट्र संघ की जनसंख्या पर आई एक रिपोर्ट का। रिपोर्ट के मुताबिक, 2035 तक दिल्ली की आबादी टोक्यो से भी ज्यादा होगी। गौरतलब है कि इस वक्त दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी टोक्यो शहर में है। हैरानी की बात ये है कि रिपोर्ट में लिखा है कि 2035 तक टोक्यो की जनसंख्या में तो कमी आएगी, जबकि दिल्ली की आबादी अप्रत्याशित रूप से बढ़ेगी। 

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रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि 2050 तक भारत के आधे लोग शहरों में बस चुके होंगे। यानि आज गांवों में बसने वाला भारत शहरी बन चुका होगा। रिपोर्ट की मानें तो अकेले दिल्ली में 2035 तक वक्त कोलकाता और मुंबई की कुल संख्या से भी ज्यादा लोग बस रहे होंगे। 

2015 के मुकाबले 67 फीसदी ज्यादा होंगे लोग

पिछले आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2015 में दिल्ली शहर की आबादी 25.9 मिलियन थी, जिसके इस रिपोर्ट में 2035 तक 43.3 मिलियन होने का अनुमान है। इस तरह दिल्ली की आबादी करीब 67 फीसदी बढ़ चुकी होगी। इसी तरह मौजूदा दौर में सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर टोक्यो की जनसंख्या 2035 तक 36 मिलियन होने का अनुमान है, जो कि साल 2015 में करीब 37.7 मिलियन थी। 

टॉप 10 में दिल्ली को भी मात देगा ढाका और किन्हासा

प्रतिशत की अगर बात करें तो आबादी बढ़ने के मामले में दिल्ली को बांग्लादेश की राजाधानी ढाका और कॉन्गो गणराज्य का शहर किन्हासा पछाड़ देगा। किन्हासा की आबादी दिल्ली से भी करीब दोगुनी रफ्तार से बढ़ने का अनुमान है। रिपोर्ट में किन्हासा की आबादी 2015 के मुकाबले 11.6 मिलियन से 130 फीसदी तक बढ़कर 26.7 मिलियन तक पहुंच जाएगी। वहीं, ढाका की आबादी भी 2015 के मुकाबले 17.6 मिलियन से 77.7 फीसदी तक बढ़कर 31.2 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है। 

मुंबई-कोलकाता मिलकर भी दिल्ली से होंगे पीछे

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की अगर बात करें दिल्ली की करीब साढ़े 43 मिलियन आबादी के आंकड़े का मुकाबला मुंबई और कोलकाता मिलकर भी नहीं कर पाएंगे। हालांकि दिल्ली के बाद सबसे ज्यादा आबादी वाले शहरों में इन दोनों का ही स्थान होगा। अनुमान है कि मुंबई की आबादी 2015 के 19.3 मिलियन के मुकाबले 41.6 फीसदी ज्यादा बढ़कर 27.3 मिलियन तक पहुंच जाएगी। वहीं, कोलकाता की आबादी 2015 के 14.4 मिलियन के मुकाबले 35.6 फीसदी बढ़कर 19.6 मिलियन तक पहुंच जाएगी। सबसे तेजी से आबादी बढ़ने वाले शहरों में कोझिकोड का नाम शामिल है। रिपोर्ट के मुताबिक, कोझिकोड की आबादी 110 फीसदी से भी ज्यादा रफ्तार से बढ़कर 2015 के 2.6 मिलियन से 5.6 मिलियन आंकड़े तक पहुंच जाएगी। 


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