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CBSE ने SC/ST छात्रों की परीक्षा फीस 24 गुना बढ़ाई, जनरल कटेगरी को किया दोगुना

CBSE ने SC और ST छात्रों के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की फीस 50 रुपये से बढ़ाकर 1200 रुपये कर दी है जबकि सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए यह राशि दोगुनी कर दी है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 11 Aug 2019 06:35 PM (IST)Updated: Mon, 12 Aug 2019 07:24 AM (IST)
CBSE ने SC/ST छात्रों की परीक्षा फीस 24 गुना बढ़ाई, जनरल कटेगरी को किया दोगुना

नई दिल्‍ली, प्रेट। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने SC और ST छात्रों के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की फीस 50 रुपये से बढ़ाकर 1,200 रुपये कर दी है, जबकि सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए यह राशि दोगुनी कर दी है, जिन्हें अब 1500 रुपये भुगतान करना होगा।

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रजिस्‍टर्ड छात्रों से वसूली जाएगी फीस
कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों को कक्षा 9 में होने पर पंजीकृत किया जाता है और कक्षा 12 के छात्रों को कक्षा 11 में पंजीकृत किया जाता है। बोर्ड ने पिछले हफ्ते फीस में बदलाव की अधिसूचना जारी की है। बोर्ड ने उन स्कूलों से पूछा है जिन्होंने पहले से ही पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी थी और छात्रों से पुरानी फीस संरचना के अनुसार शुल्क लिया था, वे फीस के अंतर को वसूल सकते हैं।

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10 वीं और 12 वीं की परीक्षा पर लागू होगी नई फीस 
संशोधित मानदंडों के अनुसार, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को पांच विषयों के लिए 1,200 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि पहले उन्हें उसके लिए 50 रुपये का भुगतान करना होता था। यानी उनके लिए फीस बढ़ोतरी 24 गुना बढ़ गई है। जनरल कटेगरी के छात्र जो पहले पांच विषयों के लिए 750 रुपये भुगतान करते थे, उन्‍हें अब 1500 रुपये भुगतान करना होगा। सीबीएसई के सीनियर अधिकारी ने बताया कि यह फीस कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाओं पर लागू होगी।  

अतिरिक्त विषय में उपस्थित होने पर देना होगा 300 रुपये 
कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा में एक अतिरिक्त विषय के लिए उपस्थित होने के लिए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों को जो पहले कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता था, उन्हें अब 300 रुपये का भुगतान करना होगा। सामान्य श्रेणी के छात्रों को भी अतिरिक्त विषय के लिए 300 रुपये का भुगतान करना होगा, पहले इसके लिए 150 रुपये का भुगतान करना होता था।

माइग्रेशन फीस भी बढ़ाई गई 
100 प्रतिशत दृष्टिहीन छात्रों को सीबीएसई परीक्षा शुल्क का भुगतान करने से छूट दी गई है। जो छात्र अंतिम तिथि से पहले सीबीएसई परीक्षा शुल्क के अंतर जमा करने में विफल रहते हैं, उनको रजिस्‍टर्ड नहीं किया जाएगा और उन्‍हें 2019-20 परीक्षा में उपस्थित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। माइग्रेशन फीस जो पहले 150 रुपये थी, उसे भी बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया गया है।

विदेश में CBSE स्कूलों में भी बढ़ी फीस 
विदेश में CBSE स्कूलों में नामांकित छात्रों को कक्षा 10 और 12 दोनों के लिए पांच विषयों के लिए 10,000 रुपये का भुगतान करना होगा। पहले यह फीस 5000 रुपये थी। उनके लिए कक्षा 12 में एक अतिरिक्त विषय की फीस 2,000 रुपये तय की गई है, जबकि पहले यह फीस 1,000 रुपये थी। 

CBSE का स्‍पष्‍टीकरण 
बाद में CBSE ने स्‍पष्‍ट करते हुए बताया है कि बोर्ड परीक्षा की फीस पूरे भारत में बढ़ाई गई है, न की कि केवल दिल्‍ली में। फीस में यह बढ़ोतरी पांच सात बाद की गई है। फीस में यह बढ़ोतरी सीबीएसई से जुड़े भारत और विदेश के सभी श्रेणियों के छात्रों के लिए की गई है। शेष भारत के सभी छात्रों के लिए परीक्षा शुल्‍क को 750 रुपये बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया गया है।

केवल दिल्ली में विशेष व्यवस्था थी, जहां एससी-एसटी छात्रों के लिए फीस 350 रुपये हुआ करती थी। 350 रुपये में से एससी-एसटी छात्रों को केवल 50 रु देना होता था, जिसमें से 300 रुपये का भुगतान दिल्‍ली सरकार द्वारा किया जाता था। दिल्ली के सामान्य वर्ग के छात्र पहले शेष भारत की तरह 750 रुपये का भुगतान करते थे और अब 1500 रुपये का भुगतान करेंगे। 

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