छत्तीसगढ़ : दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने किया पुलिसकर्मी के माता पिता का अपहरण
नक्सलियों ने कांस्टेबल की बहन के साथ भी मार-पीट की और वहां भागने से पहले उसका मोबाइल फोन छीन लिया।
रायपुर, एएनआइ। छत्तीसगढ़ के नक्सली प्रभावित इलाके दंतेवाड़ा जिले में एक पुलिसकर्मी के माता-पिता का अपहरण कर लिया। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि गुटियापाल (Gumiyapal) गांव में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के कोंस्टेबल अजय तेलम (Ajay Telam) के घर में सोमवार रात को कुछ लोगों ने घुसरक उनके पिता लच्छू तेलम (64) और मां विज्जो तेलम (62) का अपहरण कर लिया। इसके अलावा वहां से भागने से पहले इन लोगों ने कांस्टेबल की बहन के साथ भी मार-पीट की और उसका मोबाइल फोन छीन लिया।
बताया जा रहा है कि जब कांस्टेबल के घर पर यह घटना घटी उस वक्त वह अपने घर पर नहीं था, इस दौरान वह दंतेवाड़ा कैंप में यूनिट के साथ था। कांस्टेबल की भर्ती पिछले साल ही राज्य पुलिस के नक्सल विरोधी बल डीआरजी में हुई थी। पल्लव के मुताबिक, जिला पुलिस द्वारा पिछले महीने लोन वर्रतु अभियान (Lon Varratu campaign) के चलते गुस्से में हैं। इस अभियान के तहत नक्सलियों को पैतृक गावों में उनके पोस्टर लगाए गए हैं जिनमें उन पर नकद पुरस्कार की घोषणा की गई है।
अधिकारी ने कहा कि पोस्टरों में उनके नाम का उल्लेख किया गया है और विद्रोहियों से मेनस्ट्रीम में शामिल होने की अपील की गई है। उन्होंने आगे बताया कि इस सिलसिले में पुलिस ने हाल ही में गुमियापाल गांव में कुछ नक्सलियों के पोस्टर लगाए थे, जिसके बाद 15 से 20 ने पुलिस से आत्मसमर्पण करने के लिए संपर्क करने की भी कोशिश की थी।
वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इसके समर्थन में नहीं हैं, और उन्हें लगता है कि इस सबके पीछे अजय तेलम है, इसीलिए इन लोगों ने उनके परिवार को निशाना बनाया। अधिकारी ने बताया कि कांस्टेबल के माता-पिता को ढूंढ़ने की कोशिश की जा रही है इसके लिए स्थानीय लोगों से भी मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि नक्सली पिछले दिनों में कई बार पुलिसकर्मियों के परिवारों को निशाना बना चुके हैं। अधिकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते ही नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के हिरौली गांव में एक पुलिसकर्मी के साले की हत्या कर दी थी।