बस्तर में डोकरा के नाम से जाना जाता है नक्सली गुडसा उसेंडी
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के दरभा में हुए नक्सली हमले के मास्टर माइंड रहे दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता गुडसा उसेंडी उर्फ श्रीनिवास राव को बस्तर में डोकरा के नाम से जाना जाता है। गुडसा उसेंडी के अलग-अलग इलाकों के अनुसार कई छद्म नाम हैं। उसेंडी करीब 15 वर्षो से इस क्षेत्र के मर्दापाल, ककनार, व दरभा डिवीजन में बतौर कमां
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में जगदलपुर के दरभा में हुए नक्सली हमले के मास्टर माइंड रहे दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता गुडसा उसेंडी उर्फ श्रीनिवास राव को बस्तर में डोकरा के नाम से जाना जाता है। गुडसा उसेंडी के अलग-अलग इलाकों के अनुसार कई छद्म नाम हैं। उसेंडी करीब 15 वर्षो से इस क्षेत्र के मर्दापाल, ककनार, व दरभा डिवीजन में बतौर कमांडर सक्रिय रहा है। गौरतलब है कि दरभा कांड के बाद गुडसा उसेंडी ने विज्ञप्ति जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली थी।
बीती 25 मई को दरभा इलाके में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमले का मास्टर माइंड गुडसा उसेंडी को माना जा रहा है। उसी ने केंद्रीय समिति के सदस्य सुदर्शन राव के साथ मिलकर हमले की साजिश रची थी। कोंडागांव व बस्तर के सीनियर पुलिस अफसरों के अनुसार 50 वर्षीय गुडसा फिलहाल दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के शीर्ष सदस्यों में है। मूलत: आंध्र प्रदेश निवासी गुडसा को 15 साल पहले बस्तर में संगठन विस्तार का जिम्मा देकर भेजा गया था। बस्तर जिले के ककनार, दरभा एवं कोंडागांव के दरभा डिवीजन में उसे ग्रामीण डोकरा के रूप में जानते हैं। शुरुआती दौर में गुडसा विभिन्न एरिया कमेटियों में कमांडर के रूप में सक्रिय था। बस्तर में कई बड़ी वारदातों का वह सूत्रधार रहा है। बताया जाता है कि लिट्टे से बारूदी सुरंग बिछाने का प्रशिक्षण लेकर लौटे गुडसा ने बस्तर के नक्सलियों को को भी प्रशिक्षण दिया है। बस्तर में तेंदूपत्ता ठेकेदारों से वसूली में उसकी अहम भूमिका रही है। दुबली-पतली काया के इस शख्स को केंद्रीय कमेटी ने प्रमोशन देकर स्पेशल जोनल कमेटी का प्रवक्ता नियुक्त किया है। सूत्र बताते हैं कि वह अपने साथ एके-47 रखता है और दो अंगरक्षक भी साथ रहते हैं। उसे तेलगू, गोंडी, हिंदी व अंग्रेजी भाषा में समान अधिकार है।
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