Move to Jagran APP

कोयला खदान में 17 दिन से फंसे मजदूरों को नौसेना के गोताखोर इस तरीके से बचाएंगे

मेघालय की कोयला खदान में फंसे 15 मजदूरों के बचाव अभियान में नौसेना के गोताखोर शामिल हो गए हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 29 Dec 2018 08:33 PM (IST)Updated: Sun, 30 Dec 2018 12:55 AM (IST)
कोयला खदान में 17 दिन से फंसे मजदूरों को नौसेना के गोताखोर इस तरीके से बचाएंगे
कोयला खदान में 17 दिन से फंसे मजदूरों को नौसेना के गोताखोर इस तरीके से बचाएंगे

 शिलांग, प्रेट्र/आइएएनएस। मेघालय की कोयला खदान में फंसे 15 मजदूरों के बचाव अभियान में नौसेना के गोताखोर शामिल हो गए हैं। गोताखोरों का यह दल विशाखापत्तनम से शनिवार को पहुंचा। बचाव अभियान में शामिल होने के लिए ओडिशा से 21 सदस्यीय अग्निशमन दस्ता और झारखंड के धनबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ माइंस के विशेषज्ञों की एक टीम भी पहुंची है। खदान में पानी भर जाने के कारण 13 दिसंबर से मजदूर फंसे हुए हैं।

loksabha election banner

 Image result for Naval diver engaged in saving life of workers in coal mine in Meghalaya

शनिवार को नौसेना और एनडीआरएफ के गोताखोर खदान के भीतर गए और जमा पानी का जायजा लिया। खदान में 77 से 80 फीट से ज्यादा पानी भरे होने का अनुमान लगाया गया है। रविवार को भी टीम खदान में उतरेगी। गोताखोरी के अत्याधुनिक उपकरणों से लैस 15 सदस्यीय टीम सीधे पूर्वी जयंतिया हिल जिले के लुमथारी गांव में स्थित खदान तक पहुंची।

इस दल के साथ रीकंप्रेसन चैंबर के साथ ही पानी के अंदर तलाशी में सक्षम रिमोट आपरेटेड वाहन भी है। गोताखोर दल को एनडीआरएफ कर्मियों ने पूरी जानकारी दी। एनडीआरएफ की टीम 14 दिसंबर को ही यहां पहुंच गई थी और तभी से लगातार स्थिति पर नजर रख रही है।शक्तिशाली पंपों से निकाला जाएगा पानीजिले पुलिस अधीक्षक स्यल्वेस्टर नानगत्यंगेर ने बताया कि बचाव दल के साथ ही भुवनेश्वर से किर्लोस्कर के 10 उच्च शक्ति के पंप भी लाए गए हैं।

Image result for Naval diver engaged in saving life of workers in coal mine in Meghalaya

उन्होंने कहा कि तकनीकी टीम तैयारी में जुटी है और किसी भी समय पंप अपना काम शुरू कर देंगे। कोल इंडिया लिमिटेड के अन्य आठ पंप दो-तीन दिनों में यहां पहुंच जाएंगे। 370 फीट गहरी खदान से पानी निकालने के लिए किर्लोस्कर ब्रदर्स लिमिटेड और कोल इंडिया ने संयुक्त रूप से 18 पंपों की व्यवस्था की है।कैसे फंसे मजदूररैट-होल खदान एक पहाड़ी के शिखर पर स्थित है। जंगलों से घिरी खदान में समीप बहने वाली ल्यतेइन नदी का पानी 13 दिसंबर को घुस गया और अचानक आई इस बाढ़ में 15 मजदूर फंस गए।

पानी नहीं घटने के बाद बंद किए गए थे पंप
खदान में जलस्तर कम होने का संकेत नहीं मिलने के बाद पिछले शनिवार को पानी निकालने का काम बंद कर दिया गया था। जिला अधिकारियों ने राज्य सरकार से शक्तिशाली पंप मुहैया कराने की गुहार लगाई। अधिकारियों ने कहा था कि इस्तेमाल किए जा रहे 25 एचपी के दो पंपों को पर्याप्त नहीं पाया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.