नरेश टिकैत ने राजनाथ सिंह पर की विवादित टिप्पणी, किसानों के मुद्दों को सुलझाने के लिए कही यह बात
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पिंजरे में बंद तोता कहा। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दों को हल किया जा सकता है अगर उन्हें उनके साथ बात करने की स्वतंत्रता दी जाए।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 'पिंजरे में बंद तोता' कहा। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दों को हल किया जा सकता है, अगर उन्हें उनके साथ बात करने की स्वतंत्रता दी जाए।
नरेश सिंह टिकैत ने कहा कि सरकार अपनी जिद छोड़े क्योंकि जनता को परेशान करने से कुछ हासिल नहीं होगा। जनता ही उसकी जान है। उन्होंने कृषि कानूनों को समाप्त करने की मांग के सवाल पर कहा कि यह मेरी मांग नहीं मेरा हक है। कृषि सुधार कानूनों के नाम पर किसानों को बर्बाद करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसानों के इतने ही हितैषी होते तो तीन माह से आंदोलन न चल रहा होता। सवा दौ सौ किसान शहीद न होते। उन्होंने कहा कि किसानों को खालिस्तानी, पाकिस्तानी आतंकवादी बताकर प्रधानमंत्री अपनी गरिमा न खोएं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री जी अच्छे राजा व शासक की तरह बात करें, हम बातचीत से पीछे नहीं है। उन्होंने मीडिया पर भी सवाल खड़े किए। एकतरफा रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए।
बाराबंकी में नरेश टिकैत ने कहा कि कृषि सुधार कानूनों को समाप्त करने के लिए धर्मयुद्ध में आहुति देने का काम करो। उन्होंने कहा कि इसमें सरकार किसानों और जवानों (पुलिस, पीएसी व सेना के जवान) को लड़ाना चाहती है। उन्होंने किसानों को आगाह करते हुए कहा कि धर्मयुद्ध चल रहा है। ढील कर दी तो बर्बाद हो जाओगे। हम नाकाम रहे तो 30-40 साल कुछ नहीं हो सकता। सरकार ने अपनी चालाकी से विपक्ष को घर बैठा दिया है। परीक्षा की घड़ी है। हिंसा फैलाने वालों से बचके रहना। सरकार की निगाह किसानों की जमीन पर है। हम आने वाली पीढ़ी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें किसी भी कीमत पर गुमराह नहीं होना है। उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को हिम्मती बताया।
ज्ञात हो कि इससे पहले नरेश टिकैत ने कहा था, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को बहुत तजुर्बा है। किसानों को उन पर विश्वास है। किसानों से बातचीत में उन्हें आगे आना चाहिए। नरेश टिकैत ने दावा किया था कि उन्हें किसानों के हितों के मुद्दे पर बोलने नहीं दिया जा रहा है। कृषि कानून राष्ट्रीय मुद्दा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और लाल कृष्ण आडवाणी को भी केंद्र सरकार इस मुद्दे में शामिल करे। बता दें कि नरेश टिकैत यूपी गेट पर धरना दे रहे राकेश टिकैत के भाई हैं। उसके बाद उन्होंने यह बयान दिया है।