जेट एयरवेज के लिए नरेश गोयल और इत्तिहाद ने भी लगाई बोली !
बृहस्पतिवार तक जेट एयरवेज के लिए लगभग सात निवेशकों ने अभिरुचि प्रकटीकरण (एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट-ईओआइ) बोलियां जमा की थीं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। जेट एयरवेज की बिक्री की प्रक्रिया में रोजाना नई चीजें सामने आ रही है। ज्यादा निवेशकों को मौका देने के लिए जहां बैंकों ने अभिरुचि बोली की तिथि को शुक्रवार तक के लिए बढ़ा दिया है, वहीं, सुनने में आया है कि जेट के संस्थापक नरेश गोयल ने एयरलाइन पर फिर से नियंत्रण स्थापित करने के लिए बोली लगाई है। यही नहीं, इत्तिहाद एयरवेज की तरफ से भी बोली लगाने की खबर है। दूसरी ओर ताजा घटनाक्रम में जेट एयरवेज के पास उड़ान योग्य केवल 14 विमान बचने से उसकी अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
बृहस्पतिवार तक जेट एयरवेज के लिए लगभग सात निवेशकों ने अभिरुचि प्रकटीकरण (एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट-ईओआइ) बोलियां जमा की थीं। इसमें नरेश गोयल और इत्तिहाद एयरवेज की बोलियां शामिल हैं। इत्तिहाद के बारे में सूचना है कि वो अपनी हिस्सेदारी को 24 फीसद से बढ़ाकर 49 प्रतिशत करने की इच्छुक है।
कोई भी कंपनी, संयुक्त उद्यम अथवा कंपनियों का समूह जिसका एयरलाइन उद्योग अथवा वित्तीय क्षेत्र में अनुभव है, तथा जिसकी नेट वर्थ 1000-2000 करोड़ के बीच है, इसमें भाग ले सकता है। जिनकी ईओआइ बोलियां सही पाई जाएंगी उन्हें 30 अप्रैल तक वित्तीय बोली लगाने का अवसर मिलेगा।
बीएसई में नई सूचना
इस बीच बृहस्पतिवार को बीएसई में जमा दस्तावेजों में जेट एयरवेज ने कहा है कि नरेश गोयल ने 4 अप्रैल को कर्ज के बदले में अपनी 26.1 प्रतिशत हिस्सेदारी (2.95 करोड़ शेयर) पंजाब नेशनल बैंक के पास गिरवी रखी थी। इसी के साथ बैंक ने उनके पहले के गिरवी 5.8 करोड़ शेयर जारी कर दिए थे।
एसबीआइ की अगुवाई वाले बैंकों के समूह ने जेट एयरवेज को बचाने की मुहिम के तहत 25 मार्च को नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनिता गोयल को चेयरमैन और निदेशक पद से हटा दिया था। साथ ही इत्तिहाद के एक निदेशक की भी बोर्ड से छुट्टी कर दी थी। इसी के साथ जेट एयरवेज की बहुमत इक्विटी पर बैंकों का नियंत्रण स्थापित हो गया था।