CBI के अतिरिक्त निदेशक पद से हटाए गए नागेश्वर राव, मिली ये नई जिम्मेदारी
ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी राव दो बार CBI के अंतरिम निदेशक का पद भी संभाल चुके थे।
नई दिल्ली, प्रेट्र/आइएएनएस। एम नागेश्वर राव को CBI के अतिरिक्त निदेशक पद से हटाकर डीजी फायर सर्विस, नागरिक रक्षा और होम गार्ड नियुक्त किया गया है। पहले यह पद सीबीआइ के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा को दिया गया था लेकिन उन्होंने चार्ज संभालने से इनकार करते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।
ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी राव दो बार CBI के अंतरिम निदेशक का पद भी संभाल चुके थे। बाद में ऋषि कुमार शुक्ल को इस साल फरवरी में CBI का निदेशक नियुक्त किया गया था।
सरकार ने आपसी लड़ाई के बाद CBI के निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को लंबी छुट्टी पर भेज दिया था, इसके बाद नागेश्र्वर राव को CBI का अंतरिम निदेशक बनाया गया था।
आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना ने एक दूसरे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। CBI ने अस्थाना के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।
नागेश्वर राव ने भी CBI का अंतरिम निदेशक बनते ही 20 अधिकारियों का तबादला कर दिया था। इनमें 2जी घोटाले की जांच करने वाले अधिकारी विवेक प्रियदर्शी भी शामिल थे।
नागेश्वर राव ने बिहार के सनसनीखेज मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले की जांच कर रहे एके शर्मा का भी तबादला कर दिया था। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने CBI को फटकार लगाते हुए पूछा था कि जांच अधिकारी शर्मा का तबादला क्यों किया गया? शीर्ष अदालत ने नागेश्र्वर राव को तलब भी किया था और उनके खिलाफ कोर्ट की अवमानना का नोटिस भी जारी किया था।
बाद में नागेश्र्वर राव ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि उन्होंने जानबूझ कर अदालत की अवमानना नहीं की थी।