मैथिली के अप्रतिम लेखक और कवि थे नागार्जुन, आज है पुण्यतिथि

नागार्जुन कई भाषाओं के जानकार थे बचपन से ही घुमक्कड़ी प्रवृत्ति का होने की वजह से उनकी लेखनी में भी वो चीजें देखने को मिली।