कभी कॉकपिट में झगड़ने लगे पायलट तो कभी ऑक्सीजन कम हो गई, पढ़ें ऐसे ही हादसों के बारे में
मुंबई से जयपुर आ रहे जेट एयरवेज के विमान में जो कुछ हुआ वह यात्रियों के लिए भयावह था। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यह अपनी तरह की पहली घटना हो...
नई दिल्ली, जेएनएन। हवाई सफर कई बार ऐसी घटनाओं की यादें दे जाता है, जिसे यात्री ताउम्र भुला नहीं पाते। मुंबई से जयपुर जा रही जेट एयरवेज की फ्लाइट में कई यात्रियों के नाक और कान से खून निकलने लगा। कुछ यात्रियों को सिर में तेज दर्द होने लगा। इसके बाद विमान को मुंबई एयरपोर्ट पर वापस बुला लिया गया। ये ऐसा हादसा है, जिसे विमान में सवार लोग शायद ही कभी भुला पाएं। हालांकि ऐसा नहीं है कि यह अपनी तरह का पहला हादसा है। इससे पहले भी विमानों के अंदर कई ऐसे हादसे हो चुके हैं, जहां यात्रियों की जान आफत में आ गई।
विमान का इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम हो गया फेल
एयर इंडिया की दिल्ली से जॉन एफ केनेडी (जेएफके) एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए AI 101 नॉनस्टॉप बोइंग 777 विमान में 370 यात्री सवार थे। लैंडिंग से ठीक पहले विमान के कई उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया था। तकनीकी खराबी के कारण विमान हवा में ही करीब डेढ़ घंटा घूमता रहा। इस दौरान दोनों पाटलटों ने अपने साहस और कंट्रोलर की मदद से स्थिति को संभाला। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आइएलएस) अंतिम समय में फेल हो गया, जिसके कारण कैप्टन पालिया और सिंह को जेएफके पर विमान को उतारने का इरादा छोड़ना पड़ा। आइएलएस वह सिस्टम होता है जिसकी मदद से पायलट रात या दिन या फिर खराब मौसम में भी रनवे पर विमान को सही तरीके से उतार सकते हैं। ऐसे में विमान के पायलट समस्या के समाधान और विमान को सुरक्षित नीचे उतारने के लिए न्यूयॉर्क के एक एयरपोर्ट जेएफके एटीसी से बात करते रहे। न्यूयॉर्क में खराब मौसम के कारण पायलट किसी नजदीक के दूसरे एयरपोर्ट पर बेहतर दृश्यता के साथ उतरने की संभावना पर भी बात कर रहे थे। आखिरकार दोनों पायलटों ने समझदारी व सूझबूझ से विमान को लैंड कराया और एक हादसा टल गया। लेकिन इस दौरान विमान में सवार यात्री ऐसे अनुभव से गुजरे, जिसे वे शायद ही कभी भुला पाएं।
जब विमान के कार्गो में लगी आग
कुछ समय पहले कोलकाता से जयपुर जा रहे इंडिगो विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। विमान की वाराणसी के एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। कोलकाता एयरपोर्ट से 84 यात्रियों को लेकर इंडिगो एयर-लाइंस के विमान 6ई-237 ने रात 9 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के थोड़ी ही देर बाद पायलट को कार्गो से धुआं निकलता दिखा। पायलट ने फौरन इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारी की और पहले गया एयरपोर्ट पर लैंडिंग की इजाजत मांगी, लेकिन वहां नाइट लैंडिंग की सुविधा के अभाव में डायवर्ट करके वाराणसी एयरपोर्ट पर लैंडिंग करवानी पड़ी। पायलट की जानकारी पर वहां पहले से ही सीआईएसएफ और फायर बिग्रेड की टीम मौजूद थी। लैडिंग के बाद सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इसके बाद विमान में आग बुझाकर पूरी जांच की गई और फिर देर रात 1:30 बजे विमान को जयपुर रवाना किया गया।
निर्माणाधीन हवाईपट्टी पर उतार दिया विमान
मालदीव के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पिछले दिनों तब एक बड़ी खामी नजर आई, जब यहां बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां के वेलाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर इंडिया का विमान एआई 263 निर्माणाधीन हवाईपट्टी पर उतरने के बाद वहां फंस गया। यह रनवे कुछ समय पहले ही तैयार हुआ है और इस पर लाइट और सिग्नल लगाए जा चुके हैं। इस विमान ने तिरूवनंतपुरम से माले के लिए उड़ान भरी थी। यह ए-320 NEO विमान था। इस विमान में 136 यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को बचा लिया गया।
रनवे से फिसलकर विमान में लगी आग
रूस के सोच्चि में एक यात्री विमान रनवे से फिसल गया। विमान फिसलने के बाद उसमें आग लग गई। इस हादसे में 18 लोग घायल हो हुए थे, लेकिन किसी की जान नहीं गई। विमान हादसे की वजह खराब मौसम और बारिश बताई गई। विमान मॉस्को से 164 यात्रियों और छह क्रू सदस्यों सहित विमान सोच्चि पहुंचा था। तेज हवाओं और बारिश के कारण विमान दो बार कोशिश करने पर भी लैंड नहीं कर पाया। तीसरे प्रयास में जब विमान ने लैंड किया, तो वो रनवे से आगे निकाल गया व बाड़ से टकरा गया। इसके बाद विमान में आग लग गई। हालांकि समय रहते सभी यात्रियों को विमान से सुरक्षित निकाल लिया गया।
जब बीच आसमान विमान में कम हुआ ऑक्सीजन का स्तर
आयरलैंड की विमानन कंपनी रेयानएयर के विमान में ऑक्सीजन का स्तर कम होने से फ्रैंकफर्ट के हान हवाईअड्डे पर विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। ऑक्सीजन का स्तर कम होने से विमान में सवार 33 लोगों को अस्पताल भी पहुंचाया गया। एफे ने रेयानएयर के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि रेयानएयर की उड़ान संख्या एफआर7312 में अचानक ऑक्सीजन का स्तर कम हो गया, जिस वजह से विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। यह विमान डबलिन से क्रोएशिया जा रहा था। ऑक्सीजन की कमी होने से यात्रियों ने सिर दर्द और कान में दर्द की शिकायत की और उन्हें चक्कर भी आ रहे थे। कुछ यात्रियों के कान से खून निकलना शुरू हो गया था।
प्लेन के विंग्स से कूदने लगे लोग
इसी साल मार्च के महीने में अमेरिका में साउथ-वेस्ट एयरक्राफ्ट की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। लोग जैसे थे वैसे ही बाहर निकल आए। कुछ लोग तो प्लेन के विंग्स से कूद गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साउथवेस्ट एयरलाइन्स 3562 की टेक्सास के अल्बुकर्क में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। क्योंकि प्लेन के केबिन से धुआं निकलने लगा। इसकी वजह इलेक्ट्रिकल फायर बताई गई। ट्विटर पर इस घटना का वीडियो अपलोड करने वाले ब्रैंडन कौक्स के मुताबिक, यात्री तकरीबन 8 फीट की ऊचाई से कूदे थे।
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पायलटों के बीच होने लगी थप्पड़बाजी
इसी साल जनवरी में जेट एयरवेज की लंदन से मुंबई आ रही फ्लाइट में कॉकपिट के अंदर दो पायलट आपस में झगड़ पड़े थे और उनके बीच हाथापाई भी हुई थी। पायलटों की इस हरकत की वजह से विमान में सफर कर रहे कुल 324 लोगों की जान खतरे में पड़ गई थी। मामला सामने आने पर जेट एयरवेज ने दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। डीजीसीए ने दोनों पायलटों के लाइसेंस को 5 साल के लिए निरस्त कर दिया।