राज को गुलाब देने वाले सिपाही पर निलंबन की तलवार
मुंबई [विनय दलवी/समर्थ मोरे]। आजाद मैदान पर मंगलवार को भीड़ को संबोधित करने के बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे जैसे ही मंच से उतरे, सिपाही प्रमोद तावडे़ ने उन्हें पीला गुलाब भेंटकर घायल पुलिसकर्मियों का मुद्दा उठाने पर उनका आभार जताया।
मुंबई [विनय दलवी/समर्थ मोरे]। आजाद मैदान पर मंगलवार को भीड़ को संबोधित करने के बाद मनसे प्रमुख राज ठाकरे जैसे ही मंच से उतरे, सिपाही प्रमोद तावडे़ ने उन्हें पीला गुलाब भेंटकर घायल पुलिसकर्मियों का मुद्दा उठाने पर उनका आभार जताया। आंसुओं की धार में खुद को संभालते हुए तावडे़ ने कहा कि आइएएस और आइपीएस अफसरों के तो संगठन हैं लेकिन पुलिसकर्मियों को ऐसा हक नहीं है। सूत्रों के मुताबिक दिलेरी दिखाने वाले तावडे़ के निलंबन की तैयारी चल रही है।
तावडे़ ने कहा कि वह किसी भी जांच का सामना करने को तैयार है। बातचीत के दौरान एक पुलिस इंस्पेक्टर ने उसे वहां से खींचने की कोशिश की। बाद में उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया। इसी मैदान पर 11 अगस्त को हुई हिंसा में 45 पुलिसकर्मियों के घायल होने और महिला सिपाहियों से बदसलूकी से तावडे़ बेहद नाराज था। दो साल पहले ही ऐसे ही एक मामले में तावडे़ सीआरपीएफ जवानों की बदसलूकी का शिकार हुआ था।
तावडे़ ने इस बारे में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को पत्र लिखा, वरिष्ठ अफसरों से भी शिकायत की लेकिन उल्टे उसे मानसिक तौर पर अस्थिर करार दे दिया गया। तावडे़ के बारे में पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक ने कहा कि उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि पुलिसकर्मियों ने तावडे़ के बयान का समर्थन किया है। एक पुलिसकर्मी ने कहा, हमें खुशी है किसी ने उनके पक्ष में आवाज उठाने वाले राज ठाकरे को धन्यवाद दिया। हिंसा को लेकर सिपाहियों में गुस्सा है। उपद्रवियों ने महिला कांस्टेबलों को पीटा। अफसर मदद की बजाय वहां से भाग खड़े हुए। हमसे कुत्तो और बिल्ली से भी बदतर व्यवहार किया जाता है।
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