MRM की इंटरनेशनल इफ्तार पार्टी में पाकिस्तान को निमंत्रण नहीं
पिछले दो सालों से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इंटरनेशनल इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रहा है पर इस बार इसमें पाकिस्तान को निमंत्रित नहीं किया गया है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम), ने अपने अंतराष्ट्रीय इफ्तार पार्टी से पाकिस्तान को दूर रखने का निर्णय लिया है। एमआरएम की ओर से सोमवार को नई दिल्ली स्थित संसद भवन में इफ्तर पार्टी का आयोजित की जाएगी।
एमआरएम के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने बताया, ‘भारत के प्रति पड़ोसी देश के नकारात्मक रवैये को देखते हुए इसे निमंत्रित नहीं किया गया है।‘ आरएसएस का मुस्लिम विंग एमआरएम है। 2002 में मुस्लिमों तक पहुंच बनाने के लिए केसरिया संगठन ने इसका गठन किया था। पिछले दो सालों से रमजान के दौरान यह इफ्तार का आयोजन कर रहा है। पिछले साल भी इसमें पाकिस्तान को निमंत्रण नहीं दिया गया था।
अफजल ने कहा, ‘इस इवेंट का लक्ष्य आपसी सौहार्द बनाना।‘ अफगानिस्तान, बांग्लादेश, सऊदी अरब, कतर, इरान, इराक, सीरिया, इंडोनेशिया, मलेशिया और ट्यूनिशिया समेत 50 से अधिक देशों को इस इवेंट के लिए आमंत्रित किया गया है।‘ मेहमानों को उपवास तोड़ने के लिए गाय का दूध दिया जाएगा जो किसी भी इफ्तार पार्टी में नहीं होता है। पारंपरिक तौर पर मुसलमान अपना उपवास खजूर और पानी से करते हैं। लेकिन इस साल एमआरएम रोजा रखने वालों को उपवास तोड़ने के लिए गाय का दूध देगी। गोहत्या के प्रति जागरुकता के लिए ऐसा करने का निर्णय लिया गया है।
पंपोर हमले पर पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित के विवादित बयानों के कारण 2016 में पाकिस्तान को इस इवेंट में नहीं बुलाया गया था। अफजल ने आगे कहा, ‘हम पड़ोसी देशों के साथ भारत के दोस्ताना संबंध चाहते हैं। दुर्भाग्यवश पाकिस्तान भारत के प्रति सकारात्मक रवैया नहीं रखता है। कश्मीर में अशांति के पीछे सीधे तौर पर पाकिस्तान है।‘ संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार, मणिपुर गर्वनर नजमा हेपतुल्ला, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत अन्य मंत्रीगण इस इफ्तार पार्टी में शामिल होंगे। एमआरएम के संयुक्त संयोजक शाहिद अख्तर ने कहा, ‘हम सभी धर्म के लोगों को इसमें आमंत्रित कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य भाईचारे के साथ शांति और सामंजस्य स्थापित करना है।‘
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