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उज्जैन में डेल्टा प्लस वैरिएंट से हुई थी महिला की मौत, देश में नए वैरिएंट के आए 40 मामले

उज्जैन में मई में जब कोरोना संक्रमण चरम पर था तब ही डेल्टा प्लस वैरिएंट आ चुका था। 20 मई को कुछ सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे। इनमें से दो महिलाओं में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 11:28 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 11:28 PM (IST)
उज्जैन में डेल्टा प्लस वैरिएंट से हुई थी महिला की मौत, देश में नए वैरिएंट के आए 40 मामले
उज्जैन में दो महिलाओं में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है।

उज्जैन, राज्य ब्यूरो। उज्जैन में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ही डेल्टा प्लस वैरिएंट ने दस्तक दे दी थी। नए वैरिएंट से ऋषिनगर निवासी 59 वर्षीय महिला की 23 मई को मौत हो गई थी, जबकि उनके पति ठीक हो गए हैं। रिपोर्ट अब आई है। महिला ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी, वहीं घट्टिया निवासी 52 वर्षीय महिला में भी नया वैरिएंट मिला था। हालांकि, इन्होंने वैक्सीन लगवाई थी और बीमार होने पर तीन दिन में ही अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी।

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नोडल अधिकारी डा. रौनक एलची ने बताया कि उज्जैन में मई में जब कोरोना संक्रमण चरम पर था, तब ही डेल्टा प्लस वैरिएंट आ चुका था। 20 मई को कुछ सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे। इनमें से दो महिलाओं में डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। देश में बुधवार तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के लगभग 40 ऐसे मामले सामने आए हैं। केंद्र सरकार ने नए वैरिएंट को देखते हुए महाराष्ट्र, केरल, जम्मू कश्मीर और मध्य प्रदेश का अलट जारी कर दिया है।

क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट?

कोरोना का एक नया वैरिएंट ‘डेल्टा प्लस’ डेल्टा वैरिएंट का विकसित रूप है। इससे पहले डेल्टा वेरिएंट मिला था। कोरोना की दूसरी लहर में अधिकतर लोग इसी डेल्टा वेरिएंट का शिकार हुए थे। स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में नए वैरिएंट के संक्रमण को लेकर अभी अध्ययन किया जा रहा है। सरकार की ओर से कहा गया है कि ‘म्यूटेशन एक जैविक तथ्य है और हमें इससे बचाव के तरीके अपनाने होंगे। हमें तमाम सावधानिंया बरतने की जरूरत है, ​ताकि इसे फैलने से रोका जा सके।

कैसे बना ये डेल्टा प्लस वैरिएंट?

डेल्टा वैरिएंट यानी बी.1.617.2 स्ट्रेन के म्यूटेशन से डेल्टा प्लस वैरिएंट बना है। इस म्यूटेशन को K417N कहा जा रहा है। कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में यानी पुराने वाले वैरिएंट में थोड़े बदलाव हुए हैं, इस कारण नया वेरिएंट सामने आया है। स्पाइक प्रोटीन की ही मदद से वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है और हमें संक्रमित करता है। यह वायरस का भी हिस्सा होता है। K417N म्यूटेशन के कारण वायरस हमारे इम्यून सिस्टम को चकमा देने मे कामयाब हो पाता है।

प्रतिरोधक क्षमता को कर सकता है बेअसर

जानेमाने वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर शाहिद जमील ने कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट वैक्सीन लेने से शरीर में बनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेअसर कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर आप कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं और आपमें एंटीबॉडी बनी है इसके बाद भी डेल्टा प्लस वैरिएंट के खिलाफ कारगर नहीं रह सकता।

वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में डेल्टा प्लस

नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट दुनिया के 80 देशों में है। देश में कोविड की दूसरी लहर को बढ़ाने में इसी वैरिएंट को जिम्मेदार बताया गया। इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में रखा गया है। डेल्टा प्लस वैरिएंट अभी 9 देशों ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, रूस, भारत, पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, नेपाल और चीन में मिला है। अभी यह वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की श्रेणी में है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर बताया है कि उन्हें कैसे डेल्टा प्लस वैरिएंट को डील करना है।


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