हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामला, पूर्व मंत्री और IAS अधिकारियों से रिश्ते, इस तरह बनाया आपत्तिजनक वीडियो
इंजीनियर को हनीट्रैप में फंसाकर तीन करोड़ रुपये की मांग करने के मामले में पकड़ी गई महिलाओं ने पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी शिकार बनाना कबूला।
इंदौर, जेएनएन। इंदौर नगर निगम के इंजीनियर को हनीट्रैप में फंसाकर तीन करोड़ रुपये की मांग करने से जुड़ी चार महिलाओं को एटीएस टीम ने भोपाल में हिरासत लिया। पूछताछ में महिलाओं ने पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी इसी तरह शिकार बनाना कबूला है। गिरफ्तार एनजीओ संचालिका ने पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था। वह सरकारी विभागों में सेंध लगाकर लाखों रुपये का अनुदान और ठेके लेती थी। पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल, डिवाइस, कारें और 14 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। फिलहाल पुलिस इंजीनियर से तीन करोड़ रुपये की मांग करने के आरोप में पूछताछ कर रही है।
इंदौर नगर निगम के इंजीनियर को हनीट्रैप में फंसाकर तीन करोड़ रुपये की मांग करने के मामले में पकड़ी गई महिलाओं ने पूछताछ में पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी इसी तरह शिकार बनाना कबूला है। गिरफ्तार एनजीओ संचालिका ने पूर्व मंत्री सहित तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का आपत्तिजनक वीडियो बना लिया था। वह सरकारी विभागों में सेंध लगाकर लाखों रुपये का अनुदान और ठेके लेती थी। पुलिस ने लैपटॉप, मोबाइल, डिवाइस, कारें और 14 लाख रुपये नकद जब्त किए हैं। फिलहाल पुलिस इंजीनियर से तीन करोड़ रुपये की मांग करने के आरोप में पूछताछ कर रही है।
एसएसपी रचि वर्धन मिश्र के अनुसार, पुलिस ने आरती (29) पंकज दयाल निवासी मिनाल रेसीडेंसी भोपाल, मोनिका (18) लाल यादव निवासी सवस्या नरसिंहगढ़, श्वेता (39) पति विजय जैन निवासी मिनाल रेसिडेंसी भोपाल, श्वेता(48) पति स्वप्निल जैन निवासी रेवेरा टाउनशिप भोपाल, बरखा (34) पति अमित सोनी भटनागर निवासी कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल और ओमप्रकाश पिता रामहर्ष कोरी निवासी आदमपुर छावनी भोपाल है। आरोपित गुलमर्ग वैली गुलमोहर कॉलोनी निवासी 60 वर्षीय हरभजनसिंह पिता स्व. सरदार बख्तावर सिंह से तीन करोड़ की मांग कर ब्लैकमेल कर रही थी। गिरोह की मास्टर माइंड मूलत: सागर की रहने वाली श्वेता जैन है। उसका भोपाल में कारखाना है और पति प्रॉपर्टी ब्रोकर है। श्वेता एनजीओ भी चलाती है। इसी कारण उसकी अधिकारियों और नेताओं से भी नजदीकी है।
वरिष्ठ आईएएस बड़े पदों पर हैं काबिज
सूत्रों के अनुसार श्वेता ने एक विवादित पूर्व मंत्री और तीन वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को भी जाल में फंसा लिया था। एक आईएएस का वीडियो वायरल हो गया, जबकि दो ने मामला दबा दिया। हनीट्रैप में फंसे आईएएस फिलहाल बड़े पदों पर हैं। बताया जाता है कि श्वेता ने भोपाल की बड़ी होटल में बैठक की और 20 करोड़ रुपये की मांग की। मंत्री ने रुपये देने से इनकार कर दिया और कानूनी दबाव बनाया तो वह पति के साथ विदेश भाग गई।
होटल में इस तरह बनाया आपत्तिजनक वीडियो
एसपी (पूर्वी) मो. युसूफ कुरैशी के अनुसार इंजीनियर हरभजनसिंह के साथ आरोपित आरती दयाल ने विजयनगर क्षेत्र की होटल इनफिनिटी में आपत्तिजनक वीडियो बनाया था। श्वेता ने साजिश के तहत आरती और हरभजनसिंह को मिलवाया और दोनों ने एक-दूसरे के नंबर ले लिए। दोनों एक-दूसरे से वाट्सएप चैटिंग करने लगे। दोनों ने मिलना तय किया और आरती दो घंटे पहले ही होटल पहुंच गई और बिना सिम वाला मोबाइल वीडियो रिकॉर्डिग चालू कर छुपा दिया। कुछ दिनों बाद आरती ने वाट्सएप पर वीडियो भेजा और 3 करोड़ रुपये मांगे। उसने वीडियो तुरंत डिलीट भी कर दिया और वाट्सएप कॉल कर कहा कि यह वायरल भी हो सकता है।
रुपये लेने बुलाया और पुलिस को खबर कर दी
हरभजन और आरती की भोपाल में बैठक हुई। हरभजन ने वसूली की रकम कम करने को कहा। मंगलवार को उसने आरती को 50 लाख रुपये की पहली किस्त लेने के लिए इंदौर बुलाया और पुलिस को खबर कर दी। आरती गिरोह की सदस्य मोनिका और ड्राइवर ओमप्रकाश के साथ जैसे ही सत्यसाई चौराहे पर पहुंची, क्राइम ब्रांच ने कार (एमपी 16 सीबी 4441) सहित उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरती ने बताया कि पर्दे के पीछे श्वेता जैन और बरखा सोनी का हाथ है। बुधवार को एटीएस ने तीनों महिलाओं को पकड़ कर क्राइम ब्रांच के सुपुर्द कर दिया।
यह भी पढ़ेंः हाई प्रोफाइल हनीट्रेप मामले में भोपाल की चार महिलाएं गिरफ्तार, जानें- पूरा मामला