ड्रग्स और देह व्यापार की कमाई को माना जाएगा कालाधन, सफेमा के तहत राजसात करेगी एसआइटी
ड्रग सप्लायर प्रीति जैन उर्फ आंटी उर्फ काजल उर्फ सपना पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) अब उस पर सफेमा के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसके तहत उसकी संपत्ति को राजसात करवाया जाएगा।
इंदौर, राज्य ब्यूरो। ड्रग सप्लायर प्रीति जैन उर्फ आंटी उर्फ काजल उर्फ सपना पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) अब उस पर सफेमा के तहत कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसके तहत उसकी संपत्ति को राजसात करवाया जाएगा। एसआइटी का मानना है कि उसने जो धन अर्जित किया, वह कालाधन की श्रेणी में आता है।
प्रॉपर्टी और नकदी की जानकारी जुटा रही पुलिस
एसपी (पूर्वी--2) विजय खत्री के मुताबिक आंटी पर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज है। नाइजीरियन और ब्राजील तस्करों से उसके संबंध हैं। वह कालेज, स्कूल, पब, कैफे, बार, रेस्त्रां में वषर्षो से ड्रग सप्लाई कर रही है। लाखों रुपये महीना खर्च करने वाली आंटी ने ड्रग्स से ही करो़ड़ों रुपये कमाए हैं। घर में साज-सज्जा का सामान, बेटे यश के लिए खरीदी कारें, ज्वेलरी और बैंक खातों में लाखों का बैलेंस भी ड्रग्स बेचकर जमा किया है। ऐसे मामले में पुलिस अब राजसात करने का प्रस्ताव तैयार कर रही है। सफेमा यानी स्मगलर एंड फॉरेन एक्सचेंजर मैनिपुलेटर एक्ट के तहत मुंबई मुख्यालय में प्रस्ताव भेजा जाएगा।
बड़ा सवाल : क्या रसूखदारों पर भी कसेगा शिकंजा
पुलिस ने आंटी के अलावा फाइनेंसर हरीश अरोरा के बेटे निखिल अरोरा और मार्बल कारोबारी जैद को भी एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किया है। कई अभी फरार हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्या पुलिस आंटी पर ही सफेमा के तहत कार्रवाई करेगी या रसूखदारों पर भी इसका शिकंजा कसा जाएगा।