भारत कर रहा सबसे अधिक विमानों की खरीद, अगले दो से तीन साल महत्वपूर्ण
भारत में अधिकतर लोग अभी भी ट्रेन से यात्रा करते हैं। इसके बावजूद दुनिया में विमानों की सबसे अधिक खरीद भारत कर रहा है। भारत की एयरलाइंस कंपनियां अरबों डालर का निवेश कर रही है। भारत के विस्तारित विमानन बाजार से सबसे अधिक लाभ दुनिया में हवाईजहाज बनाने वाली दो कंपनियों अमेरिका में बोइंग और यूरोप में एयरबस को मिलने वाला है।
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में अधिकतर लोग अभी भी ट्रेन से यात्रा करते हैं। इसके बावजूद दुनिया में विमानों की सबसे अधिक खरीद भारत कर रहा है। भारत की एयरलाइंस कंपनियां अरबों डालर का निवेश कर रही है। भारत के विस्तारित विमानन बाजार से सबसे अधिक लाभ दुनिया में हवाईजहाज बनाने वाली दो कंपनियों अमेरिका में बोइंग और यूरोप में एयरबस को मिलने वाला है।
एअर इंडिया एयरबस से 250 और बोइंग से 220 विमान खरीदने वाली है। इसकी कुल कीमत 70 अरब डालर है। जून में, यात्रियों और उड़ानों के हिसाब से देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो ने 500 नए एयरबस ए 320 का आर्डर दिया था। नई दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा अमेरिका में हर्ट्सफील्ड-जैक्सन अटलांटा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद दुनिया का दूसरा सबसे व्यस्त हवाईअड्डा बनने की तैयारी कर रहा है।
भारत के केवल तीन प्रतिशत लोग विमान यात्रा करते हैं, लेकिन देश की 140 करोड़ की आबादी को देखते हुए यह संख्या कम नहीं है। विमानन सलाहकार कंपनी सीएपीए इंडिया के सीईओ कपिल कौल ने कहा, भारत के लिए अगले दो से तीन साल महत्वपूर्ण हैं। अब भारतीय विमानन को यह साबित करना होगा कि वह पैसा कमा सकता है।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद से नौ वर्षों में हवाईअड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 148 हो गई है। 2030 तक यह संख्या 230 हो जाएंगी। पिछले एक दशक में हवाईअड्डों में 11 अरब डालर से अधिक का निवेश किया है ।