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सियाचिन में प्रत्येक सैनिक को दी गई एक लाख से ज्यादा की निजी किट

सियाचिन ग्लेशियर में तैनात रहने वाले सैनिकों को एक लाख रूपये से अधिक की निजी किट दी गई है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 07:36 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 07:36 PM (IST)
सियाचिन में प्रत्येक सैनिक को दी गई एक लाख से ज्यादा की निजी किट
सियाचिन में प्रत्येक सैनिक को दी गई एक लाख से ज्यादा की निजी किट

नई दिल्ली, एएनआइ। दुनिया की सर्वाधिक ऊंचाई वाले युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात प्रत्येक भारतीय जवान को अत्यधिक ठंड और विषम परिस्थितियों से बचाव के लिए एक लाख रुपये से ज्यादा कीमत वाली निजी किट दी गई हैं। इस किट के सहारे भारतीय जवान बेहतर तरीके से अपने को सुरक्षित रख पाएंगे। ग्लेशियर पर अत्यधिक ठंड से भी उनका बचाव हो सकेगा। 

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सैन्य सूत्रों ने बताया कि निजी किट के अलावा सियाचिन में तैनात जवानों को खुद की रक्षा और कहीं आने-जाने के लिए 1.5 लाख रुपये से ज्यादा के उपकरण भी दिए गए हैं। चालू माह के दूसरे सप्ताह में सियाचिन दौरे पर गए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने इन उपकरणों और निजी किट की जांच की थी। उन्होंने साफ निर्देश दिया था कि जवानों को हर जरूरी सहूलियतें प्रदान की जाएं।

जवानों को अत्यधिक ठंड से बचाव के लिए उपलब्ध कराए गए कई स्तरों वाले जैकेट की कीमत करीब 28,000 व सोने वाले बैग की 13,000 हजार रुपये है। डाउन जैकेट और विशेष दस्ताने 14,000 व बहुद्देश्यीय जूते 12,500 रुपये के हैं। इसके अलावा जवानों को 50,000 रुपये के ऑक्सीजन सिलेंडर दिए जाते हैं, क्योंकि ज्यादा ऊंचाई पर ऑक्सीजन का स्तर बेहद कमजोर होता है। हिमस्खलन पीडि़तों का पता लगाने के लिए जवानों को 8,000 रुपये का विशेष उपकरण दिया जाता है। सियाचिन ग्लेशियर पर हिमस्खलन की घटनाएं अकसर ही होती रहती हैं।

17-22,000 फीट की ऊंचाई वाले इस क्षेत्र में भारत ने पिछले तीन दशकों से सैनिकों की तैनाती की है। पड़ोसी पाकिस्तान की तरफ से इस क्षेत्र पर कब्जे की कोशिश के बाद यह कदम उठाया गया है। पाकिस्तानी सेना ने सियाचिन ग्लेशियर के आसपास के कुछ हिस्से को चीन को सौंप दिया है, इसलिए रणनीतिक तौर पर इस क्षेत्र का महत्व और बढ़ जाता है। 


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